इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर को मिली बड़ी उपलब्धि
गुणवत्तापूर्ण, सुरक्षित एवं शुद्ध खाद्य सामग्री के लिये मंदिर का सेफ भोग पैलेस के प्रमाण पत्र हेतु चयन
सामान्यतः माना जाता है कि उपासना स्थलों पर मिलने वाला प्रसाद एवं अन्य खाद्य सामग्री शुद्ध एवं सुरक्षित होती है। इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में मिल रहा प्रसाद एवं अन्य खाद्य सामग्री पूर्ण रूप से शुद्ध, स्वच्छ, सुरक्षित एवं पौष्टिक है। इस बात की पुष्टि भारत सरकार के भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा की गई है। इस प्राधिकरण ने परीक्षण उपरांत इंदौर के खजराना गणेश मंदिर की भोजनशाला को सेफ भोग पैलेस के प्रमाण पत्र देने के लिए चयनित किया है।
कलेक्टर एवं खजराना गणपति मंदिर इंदौर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री लोकेश कुमार जाटव तथा खजराना गणेश मंदिर समिति के प्रशासक और नगर निगम आयुक्त श्री आशीष सिंह द्वारा एक अभिनव पहल कर मंदिर की भोजनशाला तथा परिसर में भक्तों को गुणवत्तापूर्ण और शुद्ध तथा सुरक्षित खाद्य पदार्थो की हमेशा उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। उनके द्वारा दिए गए निर्देशों के परिपालन में खजराना गणेश मंदिर में भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के मापदण्डों के अनुसार कार्यवाही की गई। मंदिर परिसर में समस्त प्रसाद विक्रेताओं एवं खजराना गणेश मंदिर के अन्न क्षेत्र का प्रिऑडिट पूर्ण कर सभी दुकानों से एवं अन्न क्षेत्र में निर्मित एवं कच्चे खाद्य पदार्थ के निगरानी नमूने लेकर जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल भेजे गये। अधिकृत कंपनी INDIANEERS FOOD SAFETY MANAGEMENT के विक्रम दयाल, श्रीमती शालू दुआ एवं खाद्य एवं औषधि प्रशासन के नियंत्रक श्री रविंद्र सिंह तथा सेफ भोग पैलेस के नोडल अधिकारी श्री अरविंद कुमार पथराल के मार्गदर्शन में मंदिर समिति के महाप्रबंधक श्री बी.एल. कासट एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारी आदि के सहयोग से सभी दुकानदारों एवं उनके कर्मचारियों तथा अन्न क्षेत्र के सभी खाद्य निर्माण में संलग्न कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में कच्ची सामग्री का भंडारण, परिवहन, कीटों के प्रवेश एवं पनपने पर रोक, फर्श दीवारों आदि की सफाई, मक्खियों, मच्छर एवं अन्य कीड़ों को रोकने के लिए जाली, एलुमिनियम या स्टैंनलेस के जग मुक्त बर्तन एवं मशीनरी का उपयोग एवं उनकी धुलाई, भली-भांति सुरक्षित आरओ के पानी का उपयोग तथा मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला से उसकी जांच कराने, कूड़ेदान के प्रयोग का तरीका, ठंडे-गर्म पानी की पर्याप्त आपूर्ति, कर्मचारियों की व्यक्तिगत सफाई एवं मेडिकल जांच रिपोर्ट, पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था, दूध-फल, सब्जी का भंडारण, उचित तापमान पर रखने एवं भंडारण वाले कक्ष में अपनाये जाने वाले तरीके, भोजन के पूर्व की तैयारी एवं समस्त प्रकार के मापदण्डों के पालन का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण के उपरांत सभी के द्वारा निर्धारित मापदंडों का पालन किया गया। इसके आधार पर फूड सेफ्टी एण्ड स्टेण्डर्ड अथारिटी ऑफ इंडिया द्वारा नियुक्त Indian rogistor quality systems के मुख्य ऑडिटर श्री सतीश कुमार द्वारा गत 12 एवं 13 अगस्त को ऑडिट किया गया। ऑडिट में श्री गणपति मंदिर प्रबंध समिति के सेफ भोग पैलेस प्रमाणन के लिए 130 में से 119.5 अंक प्राप्त हुए। इसके आधार पर खजराना गणेश मंदिर इंदौर की भोजनशाला को सेफ भोग पैलेस प्रमाण पत्र के लिए उपयुक्त पाया गया।
फूड सेफ्टी एण्ड स्टेण्डर्ड अथारिटी ऑफ इंडिया (भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ) नई दिल्ली को प्रस्तुत की गई रिपोर्ट के परीक्षण उपरांत फूड सेफ्टी एण्ड स्टेण्डर्ड अथारिटी ऑफ इंडिया द्वारा श्री गणपति मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित भोजनशाला को "सेफ भोग पैलेस'' प्रमाण-पत्र जारी किया जा रहा है।
खाद्य सुरक्षा आयुक्त मध्यप्रदेश भोपाल के निर्देशानुसार धार्मिक स्थानों की खाद्य सुरक्षा एवं स्वच्छता अपनाने और उसे बनाए रखने के लिए उसे प्रोत्साहित करने के साथ-साथ जिम्मेदारी पूर्ण व्यवहार करने के लिए ऐसे स्थानों के माध्यम से खाद्य सुरक्षा के संदेश देने के लिए सिर्फ भोग पैलेस की एक पहल है इसका उद्देश्य धार्मिक स्थानों में प्रसाद लंगर आदि खाद्य सामग्री के रूप में परोसे गए भोजन से संबंधित एवं अनियमितताओं को दूर करने के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना है खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 तथा उसके अंतर्गत बने नियमों विनियमों का उचित अनुपालन करना है।
इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर को मिली बड़ी उपलब्धि गुणवत्तापूर्ण, सुरक्षित एवं शुद्ध खाद्य सामग्री के लिये मंदिर का सेफ भोग पैलेस के प्रमाण पत्र हेतु चयन