पत्रकारिता के समक्ष कई चुनातियां उत्पन्न हो रही है उसका एक कारण यह भी है कि हम अपनी मर्यादाओं को भूलते जा रहे है

पत्रकारिता के समक्ष कई चुनातियां उत्पन्न हो रही है उसका एक कारण यह भी है कि हम अपनी मर्यादाओं को भूलते जा रहे है
-मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ की संभागीय कार्यसमिति बैठक में श्री जोशी ने कहा 
-बैठक में पत्रकार प्रताडऩा सहित विभिन्न प्रस्ताव पारित किए गए 
बडऩगर। पत्रकारों को अपनी कार्यशैली के दौरान अपने स्वाभिमान व मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। आज के दौर में पत्रकारिता के समक्ष जो चुनौतियां उत्पन्न हो रही है उसका एक कारण यह भी है कि हम अपनी मर्यादाओं को भूलते जा रहे है। यदि हम स्वयं अपनी सीमाओं का ध्यान रखेंगे तो हमें अपने कर्तव्य निर्वहन में परेशानी नहीं आएगी। 
 मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के वरिष्ठ मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष शरद जोशी ने रविवार को उज्जैन संभागीय कार्यसमिति की बडऩगर में आयोजित बैठक में यह बात कही। श्री जोशी ने कहा कि आज   त्यौहारी और अवसरवादी पत्रकारिता का बोल-बाला है। पत्रकारिता का चोला पहनकर समाज को भयादोहन करने वाले पत्रकार और कतिपय पत्रकार संगठनों के कारण पत्रकारिता जैसा पवित्र क्षेत्र कलंकित हो रहा है। 
श्रमजीवी के नाम से पत्रकार साथी भ्रमित न हो
 उन्होंने यह भी कहा कि कतिपय पत्रकार संगठन श्रमजीवी के नाम पर भ्रमित करने का प्रयास कर रहे है। शासन के पंजीकृत कार्यालयों में मिलते-जुलते नाम से पंजीयन कर विवादों को जन्म दिया जा रहा है। हमारे साथी भ्रमित न हो तथा ऐसे कतिपय संगठनों के प्रयासों को विफल करें जो श्रमजीवी और अधिमान्य शब्द का दुरूपयोग कर रहे है। ऐसे लोगों से शासन-प्रशासन को भी जिला इकाईयां अवगत करवाए। 
संगठन को मजबूती प्रदान करे-श्री पुरोहित  
 प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र पुरोहित ने संघ द्वारा पत्रकारों के हितों में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी और कहा कि पत्रकारों के लिए सतत संघर्षशील हमारे संगठन को मजबूती प्रदान करे। उन्होंने अधिमान्यता के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी और कहा कि यह मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ का ही प्रयास है कि अब तहसील स्तर तक अधिमान्यता होने लगी है। 
सामांतर संगठनों के भ्रामक प्रचार में न आए-श्री शर्मा 
 प्रांतीय उपाध्यक्ष ऋषिकुमार शर्मा ने कहा कि प्रदेश में हमारा संगठन ही एक मात्र पत्रकार संगठन है जो  सभी पत्रकारों के लिए आशा का किरण बना हुआ है। जिसने पत्रकारों की प्राय: सभी मांगे सिद्धांत: स्वीकार करवाई है। उन्होंने सदस्यों से आग्रह किया कि वह अन्य सामांतर संगठनों के भ्रामक प्रचार से सावधान रहे। 
इकाईयां गतिशिल बने-श्री राठौर
 स्वागत भाषण देते हुए संभागीय अध्यक्ष राजेन्द्र राठौर ने संभाग की सभी जिला एवं तहसील इकाईयों को गतिशील बनाने के लिए संगठित प्रयासों की अपेक्षा सभी से की। 
 संभाग के सभी जिलों के अध्यक्ष मनोज जैन शाजापुर, रामचंद्र गिरी उज्जैन, अशोक गुर्जर आगर, विमल मांडोत रतलाम, आनंद गुप्ता देवास, प्रीतिपालसिंह राणा मंदसौर ने अपने-अपने जिलों की संगठनात्मक गतिविधियों की जानकारी दी तथा जिला सम्मेलन आयोजित करने पर सहमति दी। 
 संभागीय उपाध्यक्ष राजेश जैन रतलाम ने कहा कि फर्जी और चंदा उगाऊ संगठनों की शिकायत कलेक्टर से की जाना चाहिए ताकि पत्रकारिता को बदनाम करने वाले तत्वों पर नियंत्रण किया जा सके। उपाध्यक्ष देवास के हिमांशु राठौड़ ने कहा कि सदस्यों के आकस्मिक सहायता के लिए संगठन को आपातकोष बनाना चाहिए। उपाध्यक्ष महेश शर्मा  आगर ने संगठन की डायरेक्ट्री बनाने का सुझाव दिया। उपाध्यक्ष  अभिषेक शर्मा शुजालपुर ने कहा कि हमारे संगठन के सदस्य यदि अन्य सामांतर संगठन की गतिविधियों में शामिल होते है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाना चाहिए। संभागीय कोषाध्यक्ष अरूण राठौर उज्जैन ने भी संबोधित किया। 
इसी प्रकार  उज्जैन के उदय चंदेल, महिदपुर के जवाहर डोशी, उज्जैन के हितेन्द्र सिंगर, तराना के किशन जोशी, जावरा के जगदीश राठौर,उज्जैन के कैलाश सिसोदिया ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए।  
    कार्यसमिति की बैठक में सदस्यों ने पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग पूर जोर तरीके से उठाने का अनुरोध किया तथा कहा कि पत्रकार प्रताडऩा के मामले निरंतर बड रहे है। शासन इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है। तत्काल सुरक्षा के कानुन बनाकर पत्रकारों में भय के माहोल को दूर किया जाए। 
 एक अन्य प्रस्ताव में संघ के प्रदेश अध्यक्ष शलभ भदोरिया के विरूद्ध कतिपय पत्रकार संगठनों द्वारा चरित्र हनन किए जा रहे प्रयासों की निंदा की गई। एक प्रस्ताव में सदस्यों ने कहा कि कतिपय पत्रकार संगठन पत्रकारिता पेशे को बदनाम कर रहे है। ऐसे संगठनों की जांच कराने की मांग कर उनके विरूद्ध कार्रवाई करवाई जाए।
 सभी जिलों में जिला सम्मेलन एवं संभागीय सम्मेलन आयोजित करने के साथ ही संभागीय कार्यसमिति की बैठकें प्रत्येक तीन माह में आयोजित करने का निर्णय भी लिया गया। 
 सभी सदस्यों ने एकमत से प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि बडऩगर राष्ट्रीय कवि प्रदीपजी की जन्म स्थली है और देश-प्रदेश के गौरव भी है। उनकी याद को बनाए रखने के लिए सरकार सभागृह का निर्माण करें। साथ ही उनके सम्मान में प्रदेश सरकार द्वारा दिए जाने वाला सम्मान भी बडऩगर में देने की परम्परा शुरू करें। 
 बैठक में शांतिलाल छजलाणी, जगमोहन राठौर, नरेन्द्र श्रीवास्तव, राजेश कुलश्रेष्ठ, कमल पुष्पद, प्रेमनारायण मरेठिया, भेरूलाल टांक, योगेन्द्र शर्मा, प्रकाश छाजेड़, दिनेश दवे रतलाम, मनोहरप्रसाद मरेठिया ओलायकला, विनोद कारपेंटर पानविहार, अजय जैन सहित संभागीय पदाधिकारी एवं कार्यसमिति सदस्य, आमंत्रित सदस्य उपस्थित थे। 
 प्रारंभ में जिला महामंत्री राजेन्द्र अग्रवाल, तहसील अध्यक्ष डा. नरेन्द्रसिंह राजावत, प्रेमचंद्र द्वितीय,विजय गोखरू, अरविन्द व्यास, मनीष झाला सहित बडऩगर इकाई के साथियों ने अतिथियों का स्वागत किया। 
 कार्यक्रम का संचालन अजय पंड्या सजग ने तथा आभार संभागीय महामंत्री सुजान कोचट्टा ने माना