अंगदान में संलग्न संस्थाओं के बीच होगा       अधिक समन्वय

          अंगदान में संलग्न संस्थाओं के बीच होगा       अधिक समन्वय



इंदौर 9 सितम्बर,2019



अंगदान के पुनीत कार्य में इंदौर अग्रणी है। यह पीड़ितों के जीवन की रक्षा के लिये आशा की किरण है। इस कार्य में संलग्न सभी शासकीय व स्वैच्छिक संस्थायें अधिक समन्वय से कार्य करें। संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी ने आज इंदौर सोसायटी फॉर आर्गन डोनेशन की बैठक में यह बात कही। बैठक में पद्मश्री श्रीमती जनक पलटा, एमजीएम मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. ज्यौति बिंदल, डॉ. अजयदीप भटनागर, एम.वाय अस्पताल के अधीक्षक डॉ. पी.एस. ठाकुर सहित वि‍भिन्न निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि और  स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
बैठक में संभागायुक्त श्री त्रिपाठी ने कहा कि अंगदान करने वाले  परिवारों का सम्मान  किया जाए। साथ ही अंगदान के प्रति समाज में जागरूकता लाने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन इसी माह किया जाए। बैठक में तय किया गया कि अंगदान के प्रति जागरूकता के लिए वर्ष भर का एक कैलेंडर बनाया जाए। समीक्षा में पाया गया कि एमवाय हॉस्पिटल के ट्रामा सेंटर में ऐसे प्रकरण अधिक रहते हैं जहाँ अंगदान की संभावना होती है। श्री  त्रिपाठी ने निर्देश दिए कि अंगदान के लिए कार्य कर रही संस्थाओं और ऐसी परिस्थितियों में काम करने वाले काउंसलर के साथ अस्पतालों का बेहतर तालमेल होना चाहिए।  श्री त्रिपाठी ने इस संबंध में एक कोर ग्रुप बनाने और सूचनाओं के त्वरित संप्रेषण के निर्देश दिए।  समाजसेवी पद्मश्री श्रीमती जनक पलटा ने कहा कि अंगदान के प्रति व्यापक जन-जागरूकता का वातावरण निर्मित हो। इसके लिए उन्होंने सुझाव दिया कि मुक्तिधाम और उठावना स्थलों में इस संबंध में पोस्टर चस्पा किए जाएं। अंगदान के प्रति जागरूकता निर्माण के लिए श्री गुरु सिंह सभा, ब्रह्माकुमारी, बिशप, सहित अन्य सभी धार्मिक संस्थाओं को भी आमंत्रित किया जाए।  बैठक में इस बात पर भी विचार किया गया की मृत्यु होने पर जिस मरीज़ का अंगदान परिजन करते हैं उस परिवार को अस्पताल के चिकित्सा देयकों में किस तरह मदद की जाए। जिस मरीज़ का अंगदान किया जाता है उसके गाँव या शहर जाकर भी उनके परिजनों को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। अंगदान की थीम पर  विभिन्न विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित करने पर भी सहमति जतायी गई। इससे विद्यार्थियों के माध्यम से समाज में इसके प्रति जागरूकता का निर्माण होगा। बैठक में बताया गया कि अंगदान के लिए एसओटी (SOTTO) वेबसाइट का निर्माण भी प्रगति पर है।
बैठक में बताया गया कि संभावित अंग प्राप्तकर्ताओं की प्रतीक्षा सूची का सत्यापन चिकित्सा महाविद्यालय की प्राधिकार समिति द्वारा पूर्ण कर लिया गया है। नए पंजीयन वेबसाइट पर संधारण समिति द्वारा सत्यापन पश्चात महाविद्यालय स्तर से संपन्न किए जा रहे हैं। इंदौर सोसाइटी फ़ार आर्गन डोनेशन के पदेन सदस्य में परिवर्तन एवं परिवर्धन कर लिया गया है। एमवाय हॉस्पिटल में संभावित बी.एस.डी. प्रमाणीकरण एवं अंग रिट्रीवल समितियों का गठन कर लिया गया है। वर्त वर्तमान में आज दिनांक तक कुल 37 ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण कर अंग दान में प्राप्त कुल 220 अंग एवं ऊतक का प्रत्यारोपण किया जा चुका है।