हरसूद में 6 घंटे में करीब 5 इंच बारिश, कई नदियां उफान पर, आधा दर्जन गांवों में बाढ़ के हालत
हरसूद. मध्यप्रदेश में एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू हो गया है। बुधवार को खंडवा के हरसूद में छह घंटे में करीब पांच इंच बारिश के बाद नर्मदा नदी की कई सहायक नदियां उफान पर आ गईं, जिससे करीब आधा दर्जन गांवों में बाढ़ के हालत बन गए। रूपा नदी के उफान पर आने से बोरी सराय गांव में पांच से छह फीट पानी भर गया, जिससे स्कूल, ग्राम पंचायत, आंगनबाड़ी सहित सभी सरकारी भवन सहित 80 से ज्यादा मकानों में पानी भर गया। वहीं अग्नी नदी के उफान पर आने से आशापुर गांव के डूबने का खतरा बढ़ गया है।
मिली जानकारी अनुसार रातभर आसमान साफ रहने के बाद बुधवार सुबह अचानक बादलों की आवाजाही बढ़ गई। साढ़े 7 बजे से शुरू हुआ रिमझिम का दौर तेज होता गया और 8 से लेकर दोपहर 2 बजे मुसलाधार बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इन छह घंटों में पांच इंच से ज्यादा बारिश हुई। बारिश के कारण इंदिरा सागर बांध का वाटर लेवल 262.13 क्षमता से ज्यादा हो गया। बैक वाटर के चलते काली माचल, पाताल, रूपारेल, घाेड़ा पछाड़ और अग्नी नदी में उफन गईं।
*ये गांव बाढ़ की चपेट में*
रूपारेल नदी में बाढ़ आने से बोरी सराय, धूरूखेड़ी गांव, काली माचल के उफान पर आने से धनोरा, चीच बहेड़ी, बांदिया गांव, पाताल नदी से डगरखेड़ी, पुराना डगरखेड़ी, रामपुरा गांव और निशानिया, भवानिया, रामपुरी और हनुमान टेकरी में घोड़ा पछाड़ नदी के चलते कई फीट तक पानी भर गया है। वहीं पहाड़ी क्षेत्र में हो रही बारिश के चलते अग्नी नदी में लगातार पानी बढ़ रहा है, जिससे आशापुर गांव में डूब का खतरा मंडराने लगा है। इसके पहले यह गांव 30 जुलाई को जलमग्न हो चुका है। बताया जा रहा है कि 15 साल होने को आए, लेकिन बांध के बैक वाटर से नर्मदा की इन सहायक नदियों में कभी भी बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित नहीं हुई। पहली बार ऐसा हो रहा है इन नदियों का पानी गांवों तक पहुंच गया है। अब तक हरसूद में साढ़े 800 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है।