हिंदुस्थान समाचार ने मार्केटिंग और इवेंट चीफ भारती ओझा को किया बाहर

 


हिंदुस्थान समाचार ने मार्केटिंग और इवेंट चीफ भारती ओझा को किया बाहर


हिंदुस्थान समाचार से भारती ओझा को बाहर कर दिया गया है। वह संस्थान में मार्केटिंग विभाग की चीफ थीं। विज्ञापन के अलावा उनके जिम्मे देश भर में इवेंट कराने की भी जिम्मेदारी थी। साल भर पहले आरके सिन्हा ने उनको गाजे-बाजे के साथ हिंदुस्थान समाचार में ज्वॉइन कराया था। लेकिन इसके एक साल पहले सांसद महोदय ने भारती से हिदंदुस्थान समाचार आने का आमंत्रण को यह कहते हुए ठुकरा दिया था कि अभी मैं जल्द ही एक मीडिया हाउस को ज्वॉइन की हूं, किसी संस्थान को इतनी जल्दी पैसे के लिए नहीं छोड़ना चाहिए। कांट्रैक्ट के मुताबिक कम से कम मैं एक वर्ष यहां काम करूंगी। यदि आप हमें अपने संस्थान में ले चलना चाहते हैं तो साल भर बाद बात करिएगा।


सांसद आरके सिन्हा भारती के गुणों से परिचित थे। इसलिए ठीक एक साल बाद जब आरके सिन्हा ने भारती को एप्रोच किया तो वो मना नहीं कर सकीं। लेकिन अब हिंदुस्थान समाचार से उनको हटा दिया गया है। बेरोजगारी के इस आलम में वो नौकरी नहीं छोड़ना चाहती थीं। जैसे ही संस्थान की लॉबी ने उन पर हमला करना शुरू किया वे अवकाश लेकर चली गईं। लेकिन अवकाश से आने के बाद उन्हें विदा कर दिया गया।


दरअसल, भारती ओझा को संस्थान से निकाले जाने के पीछे गहरा षडयंत्र है। भारती के संस्थान में आने के साथ ही वे लोग सक्रिय हो गए जो आरके सिन्हा की नाक के बाल हैं। इस लॉबी में सिन्हा, प्रसाद, रावत, द्विवेदी आदि शामिल हैं। ये किसी भी योग्य आदमी को संस्थान में टिकने नहीं देते हैं। हिंदुस्थान समाचार के सीईओ समीर कुमार सिन्हा का शिकार भी इसी लॉबी ने किया था और उन्हें इस्तीफा देकर भागना पड़ा था। समीर सिन्हा आईआईटी पासआउट थे और आरके सिन्हा को सिंगपुर में मिले थे। हिंदुस्थान समाचार छोड़ने के बाद वे तो सिंगापुर चले गए होंगे। लेकिन सालों-साल संस्था को चलाने में अपना खून पसीना बहाने वाले कहां जाएं।