इंदौर में शुक्रवार को खाद्य विभाग की छापामार कार्रवाई के दौरान ये बात सामने आई है। खाद्य विभाग ने आज कार्रवाई कर पेप्सी कंपनी के एम. आर. इंटरप्राइजेस पर गोदाम और दफ्तर पर अचानक छापामार कार्रवाई की

इंदौर.
यदि आप पेप्सी कंपनी के उत्पाद डेव् या मिरिंडा पी रहे हो तो हो जाये सावधान क्योंकि ये पेय उत्पाद आपकी जान पर भी हमला कर सकते है। दरअसल, इंदौर में शुक्रवार को खाद्य विभाग की छापामार कार्रवाई के दौरान ये बात सामने आई है। खाद्य विभाग ने आज कार्रवाई कर पेप्सी कंपनी के एम. आर. इंटरप्राइजेस पर गोदाम और दफ्तर पर अचानक छापामार कार्रवाई की। देवास नाका स्थित कंपनी के दफ्तर और गोदाम में एक्सपायरी डेट के पेय पदार्थ की शिकायत खाद्य विभाग को मिली थी जिसके बाद विभाग के अमले ने बड़ी कार्रवाई को विभागीय अधिकारी राकेश त्रिपाठी के नेतृत्व में अंजाम दिया। कार्रवाई के दौरान कंपनी के मालिक मजूमदार खण्डेलवाल और अन्य कर्मचारियों बे विरोध जताया बावजूद इसके विभाग ने कार्रवाई जारी रखी। कार्रवाई के दौरान विभाग को पता चला कि एक्सपायरी डेट के पेय पदार्थ मिले जिन्हें नॉट फ़ॉर सेल का बोर्ड लगाकर स्टॉक किया गया था। हालांकि कंपनी अपनी दलील देती रही लेकिन खाद्य विभाग ने मौके पर मौजूद गन्दगी और पेय पदार्थ रखने के स्थान को लेकर खामी प्रबंधन को बताई और प्रबंधन को नोटिस जारी कर 15 दिन के अंदर जबाव देने के लिए निर्देश दिए है। इधर, कंपनी की एक्सपायरी डेट की मिरिंडा और डेव् की बोतलों के सैंपल भी लिए है। हालांकि विभागीय अधिकारी मामले को गम्भीर ना मानते हुए सामान्य बताकर एम. आर. इंटरप्राइजेस प्रबंधन की गलती को मामूली बता रहे है जिसके चलते विभाग पर भी सवाल खड़े हो रहे है। फिलहाल, खाद्य विभाग ने नियमो की दुहाई देते हुए जांच की बात कही है लेकिन सवाल आम आदमी की जिंदगी से जुड़ा हुआ है लिहाजा ऐसे मामलों में शिकायतकर्ता की बात को सुनकर कड़ी कार्रवाई करना खाद्य विभाग की जिम्मेदारी है जिसे वो आगे कैसे निभाता उस पर अभी केवल सवाल ही बने हुए लेकिन आप होशियार रहे क्योंकि पेय पदार्थ के स्वाद के चक्कर मे कही आप मुश्किलो में ना पड़ जाए।