व्यापारियों के स्कूल में बच्चों को खराब खाना
20 हो गए बीमार, अस्पताल में भर्ती, तीन गंभीर
इंदौर ।स्कूल में दिए गए खराब भोजन से इंदौर में 20 बच्चे बीमार पड़ गए हैं। इन बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां 3 बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस स्कूल का संचालन व्यापारियों के ट्रस्ट के द्वारा किया जा रहा है।
प्रदेश के सबसे बड़े इंदौर के क्लॉथ मार्केट के व्यापारियों द्वारा बनाए गए ट्रस्ट के द्वारा संचालित स्कूल में आज बच्चों को खराब खाना दे दिया गया। राज मोहल्ला स्थित श्री वैष्णव अकैडमी मैं यह घटना घटित हुई। इस स्कूल में बच्चों ने जैसे ही खराब खाने को ग्रहण किया उसके बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। जैसे ही यह स्थिति बनी वैसे ही स्कूल के शिक्षकों के हाथ पर ठंडे पड़ गए।
उन्होंने तत्काल ट्रस्ट के पदाधिकारियों को इस बात की सूचना दी। यह सूचना मिलते ही उक्त पदाधिकारी सक्रिय हो गए। इन पदाधिकारियों के द्वारा पहल करते हुए स्कूल के शिक्षकों को कहा गया कि जो बच्चे बीमार हुए हैं उन सभी को स्कूल के पास में ही स्थित क्लॉथ मार्केट हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया जाए। स्कूल के शिक्षकों द्वारा बीमार हुए 20 बच्चों को अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया । इन सभी बच्चों को अस्पताल की दूसरी मंजिल पर भर्ती किया गया ।
पहली मंजिल पर क्लॉथ मार्केट ट्रस्ट से जुड़े गिरधर नागर ने डेरा डाल दिया था। ताकि इस घटना की जानकारी लीक नहीं हो सके। स्कूल की छुट्टी होने का समय हो जाने के बाद भी जब यह बच्चे स्कूल से अपने घर नहीं पहुंचे तो इन बच्चों के अभिभावक उन्हें ढूंढते हुए स्कूल पर पहुंचे । वहां पहुंचने पर उन्हें मालूम पड़ा कि उनका बच्चा खराब खाना खाने से बीमार पड़ गया है। उस बच्चे को क्लॉथ मार्केट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद तत्काल यह अभिभावक अस्पताल में पहुंचे। वहां उन्होंने अपने बच्चे की हालत को देखा और बच्चे को डिस्चार्ज करवा कर अस्पताल से घर ले गए । अस्पताल के सूत्रों के अनुसार कुल 20 बच्चे अस्पताल में भर्ती किए गए थे। इसमें से 17 बच्चों को छुट्टी दे दी गई है। शेष 3 बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है।
बच्चों के घर पर सूचना भी नहीं दी
इस घटना में एक चिंताजनक तथ्य यह भी है कि स्कूल के प्रबंधन के द्वारा बीमार हुए बच्चों के घर पर उनके अभिभावकों को सूचना भी नहीं दी गई । उन्हें यह भी नहीं बताया गया कि उनका बच्चा बीमार हो गया है। यही कारण है कि जब स्कूल छूटने का समय होने के बाद भी बच्चे घर नहीं पहुंचे तो उनके अभिभावक परेशान हो गए।
पाव भाजी खिलाई थी
इन बच्चों को हर दिन स्कूल से ही दोपहर का भोजन दिया जाता है । आज इस भोजन में इन बच्चों को स्कूल के द्वारा पावभाजी खिलाई गई थी। इस पावभाजी को खाने के आधे घंटे बाद ही इन बच्चों की हालत खराब होना शुरू हो गई थी।