बड़े स्तर संचालित हो रहे सट्टे के अड्‌डे पर क्राईम ब्रांच इंदौर ने दी दबिश, 04 आरोपी धराये।

*• बड़े स्तर संचालित हो रहे सट्टे के अड्‌डे पर क्राईम ब्रांच इंदौर ने दी दबिश, 04 आरोपी धराये।*
*• आरोपियों के कब्जे से नगदी सहित करोड़ों रुपये की सट्टा पर्ची का लेखा जोखा मिला।*
*• 05 कैल्कुलेटर, 11 मोबाईल फोन, रजिस्टर/डायरी, फर्जी सिम कार्ड, 02 दोपहिया वाहन सहित, 50 हजार से अधिक सट्टा पर्चिंया बरामद।*
*• यूरेसिया स्कूल परिसर के उपर ही किराये के मकान में संचालित हो रहा था अवैद्य सट्टा।*
*• व्हाट्‌सऐप के माध्यम से ''मिलन तथा कल्याण'' नामक सट्‌टे के हजारों लोगों को एक साथ भेजे जाते थे भाव, प्रलोभन देकर, ग्राहकों को लुभाते थे आरोपी।*
*• आरोपीगण, विजेताओं को भुगतान नगद कैश के अलावा आनलाईन मनी ट्रांसफर के विभिन्न वैलेट जैसे पेटीएम, गूगल पे, फोनपे आदि माध्यमों से भी करते थे।*
*• पुलिस गिरफ्त से बचने के लिये फर्जी सिम कार्ड का प्रयोग कर व्हाट्‌सऐप चलाते थे आरोपी, कई फर्जी सिम कार्ड मौके से बरामद।*
*• क्राईम ब्रांच इंदौर तथा थाना तिलकनगर पुलिस द्वारा की गई संयुक्त कार्यवाही।*


इन्दौर दिनांक 13 सितबंर 2019- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती रूचिवर्धन मिश्र इन्दौर (शहर) व्दारा शहर में बड़े स्तर पर अवैध रूप से सट्टा संचालित करने वाले अपराधिक तत्वों के संबंध में सूचना संकलित कर उनके अड्‌डों पर छापामार कार्यवाही करते हुये सटोरियों की धरपकड़ करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया था। उक्त उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) इंदौर श्री सूरज कुमार वर्मा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राईम) श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच की समस्त टीम प्रभारियों को इस दिशा में योजनाबद्ध तरीके से वैद्यानिक कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये गये।
  इसी अनुक्रम में क्राईम ब्रांच इन्दौर की टीम को मुखबिर तंत्र के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ लोग बडे स्तर पर थाना तिलकनगर क्षेत्रांतर्गत वंदना नगर में अवैध तरीके से सट्टा संचालित कर रहे हैं। प्राप्त सूचना पर उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री आलोक शर्मा के नेतृत्व में क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा थाना तिलकनगर पुलिस को अवगत कराते हुये संयुक्त कार्यवाही कर वंदना नगर में मुखबिर से ज्ञात स्थान पर पहुंचकर घेराबंदी कर दविश दी गई जहां (1) सुनील कुमावत पिता नानूराम कुमावत उम्र 32 वर्ष निवासी- 85 विराट नगर, मूसाखेडी, इन्दौर (2) राहुल कुमरावत पिता कैलाश उम्र 20 वर्ष निवासी-29 संजय नगर, खरगौन हाल मुकाम-राजश्री पैलेस कालोनी तिलक नगर, इन्दौर (3) जयपाल सोंलंकी पिता बने सिहं सोलंकी उम्र 35 वर्ष निवासी- 46 डी, नगीन नगर, एरोड्रम, इन्दौर एवं (4) अमरीश पिता छगनलाल राठौर उम्र 40 वर्ष निवासी-66 हनुमान मार्ग बागली, जिला देवास हाल मुकाम राजश्री पैलेस कालोनी, तिलक नगर इन्दौर उपस्थित मिले जोकि परस्पर मोबाईल फोन में व्हाट्‌सअप के जरिये, तथा अन्स सट्‌टे के उपकरणों का उपयोग कर अवैद्य तरीके से सट्‌टा संचालित कर रहे थे उपरोक्त चारों व्यक्ति पुलिस टीम को मौके पर देख भागने का प्रयास करने लगे जिन्हें पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर धरदबोचा गया।
मौके पर तलाशी लेने पर आरोपियों के कब्जे से लगभग 20 हजार रूपये नगद, 05 कैल्कुलेटर, 11 मोबाईल फोन, सट्‌टे के हिसाब किताब हेतु प्रयोग किये जाने वाले रजिस्टर/डायरी, तथा पेन, फर्जी सिम कार्ड सहित करोड़ों रुपये की सट्टा पर्ची का लेखा जोखा, बरामद हुआ इसके अतिरिक्त 01 मोटरसाईकिल, तथा 01 एक्टिवा भी बरामद हुई। सभी आरोपियों द्वारा अवैद्य रूप से सट्‌टा संचालित करने के परिपेक्ष्य में थाना तिलकनगर में अपराध क्रमांक 331/19 धारा 420, 467, 468, 471 भादवि, 3सार्वजनिक जुआ अधिनियम एवं 66 आई.टी. एक्ट के तहत पंजीबद्ध किया गया है।
प्रांरभिक तस्दीक में ज्ञात हुआ है कि आरोपीगणों द्वारा सट्‌टे के भाव तथा सौदे के लिये व्हाट्‌सऐप का उपयोग किया जाता था जिसके माध्यम से वह एक साथ हजारों लोगों को सट्‌टे का भाव भेजता था तथा व्हाट्‌सऐप मैसेज के प्रति उत्तर में ग्राहक द्वारा ओ0 के0 रिप्लाय कर देने पर सौदा तय माना जाता था। आरोपियों के कब्जे से बरामद 11 मोबाईल फोन में हजारों ग्राहकों का आरोपियों के सट्‌टे के कारोबार से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ा होना ज्ञात हुआ है। आरोपीगण शातिर हैं जोकि पुलिस कार्यवाही के भय से फर्जी सिम का उपयोग कर व्हाट्‌सऐप एकाउण्ट निर्मित करते थे तथा उन्हीं के माध्यम से रोजाना लाखों रूपये के कारोबार का गोरखधंधा करते थे। आरोपियों से बरामद सट्‌टा पर्चियों की संखया भी 50 हजार से अधिक होने की संभावना है।
उपरोक्त सट्‌टा गिरोह का मुखय सरगना आरोपी सुनील है आरोपी लम्बे समय से सट्‌टे का अवैद्य व्यापार करते आ रहा है जोकि पूर्व में भी सट्‌टा संचालित करता था लेकिन गत वर्ष में थाना आजाद नगर पुलिस की कार्यवाही में सट्टे के प्रकरण में जेलमें निरूद्ध किया गया था जहां से छूटने के बाद वह जगह बदलकर, जनवरी 2019 से वंदना नगर पिपल्याहाना में किराये का मकान लेकर सट्टे का कारोबार करने लगा था। आरोपी सुनील से पूछताछ में सट्‌टे की लिंक की जानकारी ज्ञात हुई है जिसके संबंध में विस्तृत तस्दीक की जा रही है। 
आरोपी राहुल कुमरावत ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि वह स्नातक का विद्यार्थी है जोकि गिरोह के सरगना सुनील का दोस्त है जिसके साथ मिलकर फोन पर व्हाट्‌सऐप के माध्यम से ग्राहकों को सट्‌टे के भाव तथा अंको की जानकारी भेजता था। आरोपी सुनील ने सट्टे के व्यवसाय में धकेल कर उसे अवैद्य लाभ अर्जन की लत लगा दी जोकि रोजाना हजारों मोबाईल नम्बरों पर फर्जी सिम कार्ड का उपयोग कर, सट्‌टे की भावपर्ची को भेजता था तथा प्रतिउत्तर में प्राप्त ओ0के0 मैसेज धारकों का हिसाब किताब रजिस्टर में इन्द्राज करता था। प्रारंभिक जांच पड़ताल में यह भी ज्ञात हुआ कि आरोपी कई बार सीधे फोन कॉल के माध्यम से भी ग्राहकों से सट्‌टे के भाव की डील करता था।
आरोपी जयपाल सोलंकी ने बताया कि विगत 05 माह से सुनील कुमावत के साथ मिलकर सट्टा का काम कर रहा है। आरोपी ने पूर्व में भी सन्‌2016-17 में इन्द्रा नगर क्षेत्र में सट्टे का काम करना कबूला तथा बताया कि वर्ष 2017 में मारपीट का प्रकरण थाना एरोड्रम में दर्ज हो जाने से तत्समय कारोबर बंद कर दिया था जोकि पुनः सुनील के साथ मिलकर गत 5-6 माह से राजाजी पैलेस, वंदना नगर, तिलक नगर आदि क्षेत्रों में सट्टे के अड्‌डे संचालित कर रहा था। आरोपी जयपाल ने कल्याण व मिलन नामक सट्टे पर हार जीत के दाव का अवैद्य गोरखधंधा करना कबूला है।  आरोपी अमरीश बागली, जिला देवास का रहने वाला है। जो कि फोन कॉल तथा व्हाट्‌सऐप के माध्यम से विभिन्न प्रलोभन देकर, सट्टा खेलने वाले ग्राहकों को लुभाता है। आरोपी ने बताया कि उपरोक्त सट्‌टे का व्यापार वह, अपरान्ह्‌ 2 बजे से 6 बजे एवं रात में 9 से 12 बजे की मध्यावधि में करते थे। आरोपीगणों द्वारा सट्‌टा पर्ची के विजेताओं को भुगतान नगद कैश के अलावा आनलाईन मनी ट्रांसफर के विभिन्न वैलेट जैसे पेटीएम, गूगल पे, फोनपे आदि माध्यम से भी किया जाना ज्ञात हुआ है। आरोपियों द्वारा धोखाधड़ीपूर्वक फर्जी दस्तावेज के आधार पर सिम प्राप्त कर उनका दुरूपयोग करने पर 467. 468. 471 भादवि तथा 66 आईटी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है।उपरोक्त गिरफ्तार सट्‌टा गिरोह से विस्तृत पूछताछ जारी हैं जिनसे अन्य संलिप्त लोगों के नाम उजागर होने की संभावना है।