देश को बाँटने और तनाव पैदा करने वाली ताकतों को सत्ता से उखाड़ फेंके l     मध्यप्रदेश में जर्जर आर्थिक स्थिति के बावजूद विकास की गति तेज की l

   देश को बाँटने और तनाव पैदा करने वाली ताकतों को सत्ता से उखाड़ फेंके l
    मध्यप्रदेश में जर्जर आर्थिक स्थिति के बावजूद विकास की गति तेज की l
   मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया l



भोपाल : 16 अक्टूबर, 2019
 मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि देश को बाँटने, तनाव पैदा करने वाली ताकतों को आज सत्ता से उखाड़ फेंकने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज जो माहौल पूरे देश में बनाया जा रहा है उससे न केवल हमारे राष्ट्रीय एकता, अखण्डता को खतरा है बल्कि लोकतंत्र भी असुरिक्षत हो गया है। श्री नाथ ने मध्यप्रदेश में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार को हटाकर कांग्रेस को समर्थन देकर सरकार बनाने का जनता के फैसले का उल्लेख करते हुए कहा कि जर्जर आर्थिक स्थिति के बावजूद मध्यप्रदेश में पिछले 9 माह में विकास की गति तेज किया गया है। किसानों को राहत दी गई और नौजवानों को रोजगार के अवसर मिले इसके लिए निवेशकों का विश्वास हासिल किया है।
 मुख्यमंत्री श्री नाथ आज महाराष्ट्र में हो रहे विधानसभा चुनाव के दौरान अपने एक दिवसीय तूफानी दौरे में नागपुर जिले के सावनेर, केलवड़, मौहपा, पाटनसाऊँगी, भाने गाँव, कामठी और मौदा में कांग्रेस के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे थे।
 मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि आज हमें उन शक्तियों को पहचानना होगा जो किसी भी  कीमत पर सत्ता में आना चाहते है। कांग्रेस ने 70 साल देश पर राज किया उसने कभी भी देश की एकता और अखण्डता को कमजोर नहीं होने दिया। आज देश में लोकतंत्र मजबूत है तो उसके पीछे कांग्रेस ही है। पूरा विश्व भारत की अनेकता में एकता की ताकत को जानता है। यही हमारी सबसे बड़ी शक्ति है जिसके ऊपर आज खतरा मंडरा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक दलों के बीच में नीतियों सिद्धांतों को लेकर मत-भेद हो सकते। लेकिन  सिर्फ़ कुर्सी पाने की चाहत में जनविरोधी निर्णय लिये जाएँगे तो कतई सहन नहीं किया जाना चाहिए।
 मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में हुए बदलाव का उल्लेख करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश को आर्थिक रूप से जर्जर बना दिया है। केन्द्र में बैठी सरकार लगातार मध्यप्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता के साथ र्दुभावना के साथ काम कर रहे है। मध्यप्रदेश के हिस्से की एक बड़ी राशि केंद्र सरकार ने रोक दी है। बावजूद इसके हमने जनता को जो वचन दिया था उसे पूरा करने में कोई कसर बाकी नहीं रख रहे है। किसानों की ऋण माफी हमारा वचन था विपरित परिस्थितियों के बावजूद हमनें सिर्फ 9 माह में 21 लाख किसानों का ऋण माफ कर दिया। हमारी ऋण माफी की प्रक्रिया निरंतर है। प्रदेश में निवेश के बदतर हालत थे। निवेश लाने के नाम पर करोड़ों अरबों रुपए खर्च कर दिए गए लेकिन जमीन पर एक भी निवेश नहीं दिखा। यही कारण है कि मध्यप्रदेश में बेरोजगारी लगातार बढ़ी इसका मुख्य कारण था निवेशकों का मध्यप्रदेश पर विश्वास न होना, हमने आते ही अविश्वास के माहौल को खत्म किया और कम समय में पूरे प्रदेश में एक ऐसा वातावरण बनाया है कि निवेशकों का फिर से विश्वास लौटा है।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आने वाले समय में पूरे देश में मध्यप्रदेश को निवेश के मामले में एक अव्वल राज्य के रूप में स्थापित करेंगे।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की कथनी, करनी में अंतर नहीं है वह बाँटने की नहीं, जोड़ने की राजनीति में विश्वास करती है। वह जुमलों की नहीं, हकीकत की राजनीति करती है। उन्होंने महाराष्ट्र की जनता से आवाहन किया कि वे चुनाव में खोखले राष्ट्रवाद के बहकावे में न आए। शेर की खाल में छुपे खतरे को पहचाने और उन्हें मुँह तोड़ जवाब दें। उन्होंने जनता से अपील की कि वे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों को वोट दे, पंजे के निशान पर मोहर लगाकर महाराष्ट्र और इस देश के भविष्य को विशेषकर अपने लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करें।