जगन ने हत्याकांड के आरोपियों को लेकर पुलिस साक्ष्य जुटाने में लगी


  महू। एक अक्टूबर की मध्य रात्रि में हुए महिला रुक्सार उर्फ पूजा के जघन्य हत्याकांड के आरोपियों को लेकर पुलिस साक्ष्यों को एकत्रित करने में लगी हुई है। आरोपी अनूप माहेश्वरी एवं सादिक लँगड़े को लेकर पुलिस घटना स्थल एवं जहां जहां महिला के अंग फेंके गए थे उक्त स्थानों और मजबूत साक्ष्य आरोपियों की निशानदेही पर एकत्रित करने में जुटी हुई है। मंगलवार शाम को पुलिस दोनों आरोपियों को लेकर पहले दाना गली स्थित मनोज तिवारी के बंद पड़े मकान में पहुंची। यहां सादिक लँगड़े के बयान के आधार पर मृतका का लोवर (सलवार) बरामद किया। सादिक ने पुलिस को बताया था कि उसने महिला के वस्त्र अनूप के मकान के पिछवाड़े स्थित तिवारी जी के बंद पड़े मकान में फेंके थे । हम्माल मोहल्ले के बाड़े में मोहनलाल अग्रवाल के जिस मकान में अनूप विगत 15 वर्षों से रह रहा था उसके पीछे मनोज तिवारी का मकान का पिछवाड़ा है दोनो मकानों के पिछवाड़े के बीच एक नाली है। इसके बाद पुलिस ने अनूप के निवास में जाकर हत्या के और साक्ष्य जुटाए जिसमे हत्या में प्रयुक्त अन्य धारदार वस्तु भी बरामद की गई। यहाँ से पुलिस दोनों आरोपियों को सुरखी गली ले गयी। पुलिस ने शाम को थाना प्रभारी योगेंद्र तोमर के नेतृत्व में कई स्थानों पर आरोपियों की निशानदेही के आधार पर जांच की साथ ही आरोपियों से कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण बिंदुओं पर भी सवाल किए। आरोपी अनूप का पुराना रिकॉर्ड भी पुलिस खंगाल रही है। अनूप मूलतः बाबई का रहने वाला है। लगभग 20 वर्ष पूर्व वह महू आया तथा महू के लुनियपुरा में किराए का मकान लेकर रहने लगा यहां रहते हुए उसने वहीं रहने वाली युवती से विवाह भी किया। पेशे से वकील युवती से उसका यह वैवाहिक जीवन ज्यादा नही चला और दोनों ने तलाक ले लिया उसके बाद अनूप हम्माल मोहल्ला स्थित मोहनलाल अग्रवाल के मकान में रहने आ गया तथा यहां रहते हुए दिन भर खिलौने और पोस्टर बेचता रहा कुछ वर्षों से वह अश्लील सी डी भी बेचने लगा तथा घर मे मोहल्ले के लड़कों को जुआ खिलवाने के साथ ही जिस्मफरोशी करने वाली महिलाओं को बुलवाकर खुद का कमरा देने लगा। महू पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कई महत्त्वपूर्ण साक्ष्य हासिल किये हैं तथा दोनों के पिछले रिकॉर्ड भी खंगाल लिए हैं एवं पूर्ण रूप से जांच के बिंदुओं को एकत्रित कर अब पुलिस आरोपियों को कोर्ट में प्रस्तुत करेगी।