झाबुआ जीत पर बोले कमलनाथ ‘आइए और गिराइए सरकार 

झाबुआ जीत पर बोले कमलनाथ 'आइए और गिराइए सरकार 


भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने झाबुआ में मिली कांग्रेस की जीत को लोगों के कांग्रेस पर विश्वास का प्रतीक बताया। उन्होंने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से कहा कि निराश होने की जरूरत नहीं। भाजपा नेताओं को चुनौती दी कि दस माह से सरकार गिराने की बातें हो रही थीं। 'मैं तो कहता हूं आइए और गिराइए सरकार।” आप खुद हरियाणा और महाराष्ट्र में टिके रहें, हमारी चिंता न करें।


झाबुआ की जीत के बाद आत्मविश्वास से परिपूर्ण मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा यह स्वीकार करे कि जनता ने उसे रिजेक्ट किया है। ये चुनाव नतीजे एग्जिट पोल वालों के लिए भी सबक हैं जो कि कांग्रेस को बहुत कम सीटें दे रहे थे।


उन्होंने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि अब चिंता करने की जरूरत नहीं, जनता ने स्पष्ट संदेश दे दिया है। जनता को अहसास हो गया है कि उनकी भावनाओं से खिलवाड़ किया गया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में झाबुआ जीत का जश्न मनाया गया कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां बांटीं।


इस अवसर पर मीडिया से चर्चा करते हुए कमलनाथ ने कहा कि पिछले साढ़े सात महीनों में हमारी सरकार ने इस विश्वास को मजबूत बनाने के लिए नियत और नीति के जरिए यह बताया है कि हम काम करने में विश्वास रखते हैं। जनता को दिए गए वचनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जनता जान चुकी है कि प्रदेश में घोषणाओं और कलाकारी की राजनीति समाप्त हो गई है।


कमलनाथ ने कहा कि झाबुआ के साथ भाजपा के राज में पिछले 15 साल धोखा हुआ, उनकी उम्मीदें पूरी नहीं हुईं। उन्होंने कहा कि झाबुआ के नतीजे बताते हैं कि जनता भाजपा से निराश है। न केवल झाबुआ मध्यप्रदेश, बल्कि देश की जनता में भी भाजपा को लेकर निराशा की लहर है। नाथ ने कहा कि कुछ महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव के मुकाबले आज जो परिणाम आए हैं, उससे साफ होता है कि जनता भाजपा के राज-काज से निराश है।


उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने कभी राष्ट्रवाद, कभी धारा 370, कभी पाकिस्तान की बात कर लोगों का ध्यान रोजगार, किसान, मंदी जैसे मूल मुद्दों से हटाने का प्रयास किया है। कमलनाथ ने कहा कि आज देश में मंदी का दौर है, लेकिन मध्यप्रदेश इससे अछूता है। मंदी का बहुत बड़ा कारण है कि लोगों की आशाएं केंद्र सरकार से समाप्त हो गई हैं। मध्यप्रदेश में मंदी नहीं है, क्योंकि प्रदेश की जनता कांग्रेस की सरकार से निराश नहीं है।


उन्होंने विश्वास जताया कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनाने का पूरा प्रयास किया जाएगा। जनता ने वहां पर भाजपा को रिजेक्ट कर दिया है। उन्हें अपनी यह हार स्वीकार करना चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ऋण माफी को लेकर भाजपा ने किसानों को गुमराह करने का प्रयास किया। हमने कभी भी पूरे किसानों की ऋण माफी का दावा नहीं किया था। प्रथम चरण में हम 21 लाख किसानों का ऋण माफ कर चुके हैं, शेष किसानों की ऋण माफी की प्रक्रिया चल रही है।