मैग्नीफिसेंट एमपी प्रदेश की दिशा बदलेगा - जनसम्पर्क मंत्री श्री शर्मा l
अखिल भारतीय सर्व ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम को सम्बोधित किया l
इंदौर 13 अक्टूबर 2019
जनसम्पर्क, विधि एवं विधायी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, विमानन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि 18 अक्टूबर को इंदौर में आयोजित होने वाला मैग्नीफिसेंट एमपी का आयोजन प्रदेश की निश्चित ही दिशा बदलेगा। स्थानीय निवासियों को उन्हीं लोगों के आसपास रोजगार प्राप्त हो, इसके लिये प्रदेश सरकार यह आयोजन कर रही है। मध्यप्रदेश शासन ने तय किया है कि स्थानीय निवासियों को रोजगार के पूरे-पूरे अवसर उन्हीं के क्षेत्र में प्राप्त हो। इसके साथ ही प्रदेश के ऐसे शहर जो विमान सुविधा से जुड़े हैं। इंदौर और भोपाल को विश्व से जोड़ा गया है। अब प्रदेश के अन्य शहरों जैसे रीवा, जबलपुर, ग्वालियर जैसे शहरों में एयर लिंक तैयार किया जायेगा। जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा इंदौर के पंचकुइया आश्रम में आयोजित अखिल भारतीय सर्व ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए और ब्राह्मण समाज को सम्बोधित किया। इस दौरान महामण्डलेश्वर श्री लक्ष्मणदासजी महाराज, कार्यक्रम के अध्यक्ष पं.श्री नीरज शर्मा, कार्यक्रम संयोजक पं.श्री घनश्याम जोशी उपस्थित रहे।
*इक्कीस हजार पुजारियों का तीन गुना मानदेय बढ़ाया*
जनसम्पर्क मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार में पहली बार इक्कीस हजार पुजारियों का तीन गुना मानदेय बढ़ाया गया है। इस दिशा में आगे भी सरकार के पास कई योजनाएं हैं। साथ ही जिन मंदिरों में अतिक्रमण है, उन्हें हटाने की कार्यवाही की जायेगी। वहीं शासकीय जमीनों पर स्थापित मंदिरों को पट्टे देने की दिशा में भी प्रदेश सरकार कदम उठा रही है। जनसम्पर्क मंत्री श्री शर्मा ने सर्व ब्राह्मण समाज से कहा कि जानापाव स्थित भगवान परशुराम की जन्मस्थली के जीर्णोद्धार के लिये समाज जो तय करेगा उस दिशा में कार्य किया जायेगा। जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा प्रकाशित की गई पुस्तिका का भी विमोचन किया। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे समाज में पूजा-पाठ का संस्कार दिया है, जो आने वाली पीढ़ी में भी बना रहे, इस दिशा में भी कार्य करना आवश्यक है।
*तीन हजार गौशालाएं बनायी जायेगी*
जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने सर्व ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि छोटे और बड़े शहरों सहित कई स्थानों पर हमारी गौमाताओं को बैठने तक का उचित स्थान नहीं मिल पाता है। इस दिशा में भी प्रदेश सरकार नई योजना लेकर आ रही है। जिसके तहत करीब तीन हजार गौशालाएं बनायी जायेगी। हमारी संस्कृति में तीन माताओं का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्हीं के सम्मान के लिये यह कार्य किया जायेगा। जिसमें एक भारत माता, दूसरी जन्म देने वाली माता और तीसरी जिससे हमें दूध जैसे पदार्थ प्राप्त होते हैं। इन गौशालाओं में उचित छाया, पानी व हवादार गौशालाएं बनायी जायेगी, जो वर्तमान समय में एक आधुनिक गौशालाएं कहलाएंगी।