*नफीस के दगाबाज अब तक पुलिस गिरफ्त से दूर
धोखाधड़ी केस दर्ज होने के बाद भी खुले आम घूम रहे हैं आरोपी l*
इंदौर। कागजों में हेराफेरी कर नफीस बेकरी के नाम से कारोबार करने वाले संचालक और उसके पुत्रों पर जूनी इंदौर पुलिस द्वारा जांच के बाद धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया लेकिन अब तक पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंची जबकि वह शहर में आम लोगों को नजर आ रहे हैं ।
जूनी इंदौर पुलिस ने 3 अक्टूबर को फरियादी नदीम एहमद पिता स्व.अब्दुल नासिर की शिकायत पर अब्दुल गय्यूर, अब्दुल रईस, ,अब्दुल नफीस उर्फ नफीस एहमद और अब्दुल्ला शेख सभी निवासी माणिकबाग के खिलाफ धारा 420, 467, 468 और 120 बी के तहत केस दर्ज किया था । अब तक एक भी आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है जबकि वह शहर में ही खुलेआम घूम रहे हैं और अपना कारोबार कर रहे है। नदीम एहमद के पिता अब्दुल नासिर ने वर्षों पहले अरोपियों की शिकायत की थी। आरोपियों ने अब्दुल नासिर को डारेक्टरशिप से हटा कर बाहर कर दिया जिससे वे डिप्रेशन में आ गए जिससे उनकी मौत हो गई।
अब्दुल नासिर के पुत्र नदीम एहमद ने पुलिस को बताया कि नफीस बेकर्स के नाम से उनके पिता अब्दुल नासिर ने कारोबार संचालित किया था लेकिन बीच में ही अब्दुल नासिर के भाई अब्दुल गय्यूर ने अपने भाई नफीस एहमद और अब्दुल रईस तथा पुत्र अब्दुला शेख ने कागजों हेरफेर कर नफीस का मोनो (एन)अपने नाम पर रजिस्टर्ड करा लिया। नदीम एहमद अपने भाई नावेद एहमद के साथ मिलकर नफीस बेकर्स के नाम से करोबार कर रहे है। नफीस बेकर्स देश नहीं विदेशों में भी अपना माल सप्लाई करता है और उसकी अपनी साख है । प्रतिद्वंद्विता के चलते उनके ही चाचा और भाइयों ने षड्यंत्र पूर्वक नफीस का लोगो(एन) अपने नाम से करवा लिया और वे शहर में नफीस रेस्टोरेंट के नाम से करोबार कर रहे है। इस मामले की शिकायत इंदौर से भोपाल तक की गई जब जाकर पुलिस ने केस दर्ज किया।
जांच के बाद होगी गिरफ्तारी
नफीस के मामले में केस दर्ज किया गया है और जांच चल रही है । जांच के बाद ही आरोपियों की गिरफ्तारी होगी।
देवेंद्र कुमार
टीआई, जूनी इंदौर