*आबकारी आयुक्त और मंत्री की नजर में 'हीरो' बनने के प्रयास ...
विभाग में बन रहे है झूठे केस
निकाला तुगलकी फरमान, उपनिरीक्षकों में रोष l*
इंदौर। लोकायुक्त छापे के बाद इंदौर सहायुक आयुक्त आलोक खरे की जगह राजनारयण सोनी को इंदौर में पदस्थ किया गया। आबकारी सहायक आयुक्त सोनी मंत्री और आयुक्त की नजर में श्रेष्ठ बनने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई करने के लिए उप निरीक्षकों पर दबाव बना रहे हैं। नए सहायक आयुक्त के इस फरमान से आबकारी उपनिरक्षक परेशान है और उनसे झूठे प्रकरण बनाने के लिए कहा जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार कल आबकारी कंट्रोल रुम में हुई बैठक में सहायक आयुक्त राजनारायण सोनी ने आबकारी उपनिरीक्षकों को फटकारा। बैठक में 34/2 के मामले बनाने पर जोर दिया गया। 34/2 के तहत उपनिरीक्षक को 50 लीटर से अधिक शराब पकड़ना होती है, जिससे कि आरोपी को जेल भेजा जा सके। अगर 50 लीटर से कम शराब जब्त होती है तो केस मजबूत नहीं बनता है और विभाग में वाहवाही नहीं होती है।
... तो सुनना पड़ी खरी खोटी
आबकारी एसी राजनारायण सोनी ने बैठक में राजमोहल्ला वृत्त के आबकारी उप निरीक्षक डॉ. नीलेश नेमा को 5 पेटी शराब पकड़ने में खरीखोटी सुनना पड़ी। उनका कहना था कि 6 पेटी जब की कार्रवाई क्यों नहीं गई, जिससे कि आरोपी को जेल भेजा जा सके।
करना चाहते हैं मंत्री को प्रभावित
इंदौर जिले में कुल 20 आबकारी उपनिरीक्षक है जिनमें से 15 फिल्ड में होते है। इन 15 आबकारी उपनीरिक्षकों को हर महिने 2 के 34/2 के बनाना है । विभाग के सूत्रों का कहना है कि एसी सोनी इस तरह की कार्रवाई के आबकारी मंत्री और अयुक्त को प्रभावित करना चाहते है।
एक पर मेहरबानी, दूसरों पर जताई नाराजगी
आबकारी उपनीरिक्षक निनित आशापुरे ने 34/2 के तीन केस बनाए है। आशापुरे पर सोनी की मेहरबानी है और उन्हें ऐसी दस्ते में शामिल किया गया है जो किसी भी उपनिरीक्षकों के इलाके में कार्रवाई कर सकते है। बैठक में देपालपुर की शालिनी सिंह को भी अपमानित किया गया। वह 34/2 के मामले नहीं बना पाए इसलिए उन्हें अवकाश भी देने से मना किया गया। मालवा मिल वृत के आबकारी उप निरीक्षक देवेंद्र शर्मा को भी फटकार लगाई गई।
सुबह पांच बजे दबिश
अधिक शराब पकड़ने के झूठे केस बनाने के लिए इस कदर उपनिरीक्षकों पर दबाव बनाया जा रहा है कि उन्हें सुबह पांच बजे अवैध शराब बेचने वालों के घर दबिश मार कर झूठे मुकदमें दर्ज करने पड़ रहै है।
रोष, भेजी शिकायत
नए एसी सोनी के इस तरह की कार्यशैली से उपनिरीक्षकों में खासा रोष व्याप्त है और उन्होंने इसकी शिकायत आबकारी मंत्री ब्रजेंद्र सिंह राठौर और अयुक्त राजेश बहुगुणा को शिकायत भेजी है।