भाजपा सांसद जी एस डामोर के विरुद्ध ईओडब्ल्यू ने सिंहस्थ घोटाले में प्राथमिकी दर्ज कीl*

*भाजपा सांसद जी एस डामोर के विरुद्ध ईओडब्ल्यू ने सिंहस्थ घोटाले में प्राथमिकी दर्ज कीl*



 भोपाल: भाजपा सांसद व पीएचई विभाग के तत्कालीन चीफ इंजीनियर जीएस डामोर की मुश्किलें बढ़ गई है। सिंहस्थ घोटाले में EOW ने जी एस डामोर पर मामला दर्ज कर लिया है। जीएस डामोर पर सिंहस्थ में पानी की टंकी खरीदने में गड़बड़ी के आरोप हैं। इस कार्रवाई से मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। एक ओर सरकार सांसद डामोर को जांच में सहयोग करने की बात कह रही है तो दूसरी ओर भाजपा ने इसे बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई कहा है।
 कांग्रेस-भाजपा आई आमने-सामने
सिंहस्थ घोटाला केस के दोबारा खुलने को लेकर कांग्रेस भाजपा आमने-सामने आ गई है। सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्द्धन सिंह का कहना है टंकी खरीदी में घोटाले के आरोप गंभीर हैं। जी एस डामोर को जांच में सहयोग करना चाहिए। वहीं भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सिंहस्थ घोटाले में ​सरकार के मंत्री ही पहले क्लीन चिट दे चुके हैं। EOW की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है।
 क्या है सिंहस्थ घोटाला
2016 में पानी की टंकी खरीदी में बड़ी गड़बड़ी हुई थी। उस समय जी एस डामोर इंदौर में पदस्थ थे और पीएचई के प्रमुख अभियंता थे। उन पर टंकी की खरीदी में गड़बड़ी के आरोप लगे थे।12 करोड़ की पानी की टंकी खरीदने के लिए तीन बार टेंडर किए गए थे l मध्यय प्रदेश शासन के नियमानुसार एक समान टेंडर के अलग-अलग टुकड़े नहीं किए जा सकते हैं यदि टेंडर करना हैै तो एक ही टेंडर करना होगा l लेकिन  तत्कालीन प्रमुख अभियंता जी एस डामोर ने  शासन के नियमों की  धज्जियां उड़ाते हुए  टेंडर के तीन टुकड़े  कर  शासन को  आर्थिक नुकसान पहुंचाया है lजिसमें बाज़ार की कीमत से ज़्यादा दाम पर टंकियां ख़रीदी गई थी। बाद में जांच में तथ्यों की पुष्टि हुई थी। इसके बाद EOW ने बीजेपी सांसद जी एस डामोर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।