*भारतीय पत्रकार संघ द्वारा मनावर में राष्ट्रीय मीडिया अलंकरण महासम्मेलन का आयोजन हुआ*
भारतीय_ पत्रकार संघ द्वारा धार जिले के मनावर में स्थित कृष्णा पैसेल पर राष्ट्रीय मीडिया अलंकरण महासम्मेलन प्रदेश के गृह मंत्री श्री बाला बच्चन तथा चिकित्सा शिक्षा, आयुष एवं संस्कृति तथा जिले की प्रभारी मंत्री डॉ विजयलक्ष्मी साधौं के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ। इस महासम्मेलन की अध्यक्षता क्षेत्रीय विधायक हिरालाल अलावा ने की। इस महासम्मेलन में देश के 15 राज्यों के लगभग 2 हजार से अधिक पत्रकारों ने भाग लिया।
गृह मंत्री बाला बच्चन ने इस महासम्मेलन के आयोजन के लिए आयोजकों का हार्दिक अभिनन्दन तथा स्वागत करते हुए कहा कि लोकतंत्र में पत्रकार चौथे स्तम्भ के रूप में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। वे परिस्थितियॉं विपरित होती हैं, ऐसी स्थितियों में अपनी अवाज उठाता हैं। देश की आजादी के आन्दोलन में पत्रकारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सबसे पहले सन् 1779 में बंगाल जगत के नाम से समाचार पत्र प्रकाशित होता था। उसके बाद आज तक निरंतर क्रांति आती जा रही हैं। अब सोशल मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया ब्रेकिंग न्यूज का चलन हैं। उस समय बाल गंगाधर तिलक ने केशरी नाम से अपना अखबार निकाला था। महात्मा गांधी अपने विचार रखते तो नव जीवन और यंग इंडिया अपने विचार रखते थे। आजादी दिलाने के लिए जिस तरह पत्रकारों ने माहौला और वातावरण तैयार करने में जो भूमिका निभाई, वह तारीफ के काबिल हैं। उस समय अंग्रेजों ने अखबार वालों को खुब परेशान किया। कहीं-कहीं भूमिगत होकर भी अखबार लिखते जरूर थे। इसलिए तमाम पत्रकारों को सलाम करता हूॅं। सरकार की बात को आज भी जनता तक पहुॅंचाते है और जनता और देश प्रदेश हित में वहीं हैं तो उस न्यूज को दिशा भी दी हैं। पिछले चुनाव में हमने पत्रकारों के संबंध में वचन दिए थे। उन वचनों को अमल में लाना शुरू कर दिया है।
बच्चन ने कहा कि पत्रकारों द्वारा सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई जो कि सराहनीय हैं। उन्होने बताया कि शासन द्वारा पत्रकारों के कल्याण के लिए 10 हजार रूपये सम्मान श्रद्धानिधि का प्रावधान रखा हैं। इसी प्रकार दुर्घटना में घायल होने पर 2 लाख रूपये तथा दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर 15 लाख रूपये की सहायता का प्रावधान किया गया है। सर्वहारा वर्ग के सर्वागीण विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध हैं।
जिले की प्रभारी एवं चिकित्सा शिक्षा, आयुष एवं संस्कृति मंत्री डॉं साधौं ने कहा कि कार्यपालिका, न्यायपालिका और व्यवस्थापिका के बाद पत्रकार चौथा स्तम्भ होता हैं। आजादी के समय पत्रकार अपनी लेखनी के माध्यम से समाचारों को जन-जन तक पहुॅंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं। विपरित परिस्थितियों में भी वे अपने संदेश को आमजनता तक पहुॅंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, यह हम सबके लिए गर्व की बात हैं। डॉ. साधौं ने कहा कि हर जगह मूल्यों में गिरावट आई हैं। सौंच में भी परिवर्तन आया हैं लेकिन वेल्यू गिरती है, तो पत्रकारिता की रचना में भी बदलाव आता हैं, तो मेरा मानना हें कि समाज में छिन्नता-भिन्नता आती हैं। स्वछन्द में पत्रकारिता होना चाहिएं। समाज को सुधारने और देश के नवनिर्माण में पत्रकारों को अहम भूमिका निभाने की जरूरत हैं।
डॉं. साधौं ने कहा कि प्रदेश में नई सरकार आने के बाद विकास की गंगा बहना आरम्भ हो गई हैं। प्रदेश में हर 40-50 किलोमीटर की दूरी में संस्कृति की भिन्नता देखने को मिलती हैं। यह संस्कृति फले-फूले। विभिन्न संस्कृतियॉं स्वछन्द रूप से विचरण करें। सरकार गौण्ड संस्कृति को बढ़ावा दे रही हैं।
इस महासम्मेलन को क्षेत्रीय विधायक अलावा ने कहा कि किसी भी देश की उन्नति व प्रगति में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रहती हैं। लोकतंत्र को मजबूत करने में भी पत्रकारों की अहम् भूमिका रहती हैं। श्री अलावा ने पत्रकारों को भरोसा दिलाया कि वे सही खबरे छापेंगे तो हम उनका सहयोग करेंगे। कार्यक्रम का संचालन शरदचन्द्र शास्त्री ने किया।
जयस की ओर से दोनों मंत्रियों को आदिवासी संस्कृति के अनुरूप तीर कमान भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा वरिष्ठ पत्रकारों को क्षेत्र की परम्परा अनुसर तीर कमान भेंट कर तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।