*लिबरल माइनॉरिटी ट्रस्ट द्वारा संचालित  एस आई सी कॉलेज संचालक  ने किया राष्ट्रीय ध्वज का अपमान l *  * राष्ट्रीय ध्वज अपमान के मामले में क्या होगी एफआइआर दर्ज ? *

  * लिबरल माइनॉरिटी ट्रस्ट द्वारा संचालित  एस आई सी कॉलेज संचालक  ने किया राष्ट्रीय ध्वज का अपमान l *


 * राष्ट्रीय ध्वज अपमान के मामले में क्या होगी एफआइआर दर्ज ? *


  धार l लिबरल  माइनॉरिटी  ट्रस्ट द्वारा संचालित एस आई सी कॉलेज  696  / ४ मालीवाडा जिला धार द्वारा नियमों का उल्लंघन करना आम बात है कॉलेज के ट्रस्टी व संचालक प्रेम सागर जिन्होंने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में फर्जी दस्तावेज लगाकर मान्यता प्राप्त कर   छात्रों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है नियमानुसार भूमि की रजिस्ट्री या भवन की लीज मान्यता के लिए मान्य होती है लेकिन कालेज संचालक द्वारा धोखाधड़ी करते हुए शासन एवं प्रशासन की आंख में धूल झोंक कर फर्जी तरीके से नक्शा पास करा कर अवैधानिक तरीके से देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से रिश्वत देकर मान्यता प्राप्त कर ली  l धार के प्रशासनिक अधिकारी द्वारा इस मामले को गंभीरता से लेकर फर्जी कॉलेज के संचालक के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए l जिससे भविष्य में पुनरावृत्ति ना हो सके एवं छात्रों के  भविष्य के साथ खिलवाड़ ना किया जाए l


  लिबरल माइनॉरिटी ट्रस्ट द्वारा संचालित एस आई सी कॉलेज के संचालक द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया  l राष्ट्रीय ध्वज को बड़े ही आदर और सम्मान के साथ फहराया जाता है। देश के प्रथम नागरिक से लेकर आम नागरिक तक इसे सलामी देता है। 21 तोपों की सलामी से सेना इसका सम्मान करती है। किसी भी देश का झंडा उस देश की पहचान होता है। तिरंगा हम भारतीयों की पहचान है। राष्ट्रीय झंडे ने पहली बार आज़ादी की घोषणा के कुछ ही दिन पहले 22 जुलाई, 1947 को पहली बार अपना वो रंग रूप पाया जो आज तक क़ायम है। सबसे ऊपर केसरिया रंग फिर सफ़ेद और सबसे नीचे हरा। बीच में गहरे नीले रंग का चक्र बना है, जिसमें 24 चक्र हैं, जिसे हम 'अशोक चक्र' के नाम से जानते हैं। परंतु कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो राष्ट्र तो ठीक राष्ट्रध्वज का भी सम्मान नहीं करते । जीहां ऐसा ही एक मामला सामने आया है धार जिले मैं जिला मुख्यालय के समीप बने शिक्षा के मंदिर एसआईसी कॉलेज में जहां देश का भविष्य तैयार होता है। वही देश के राष्ट्रध्वज का अपमान का मामला प्रकाश में आया है । आपको बता दें जिस समय प्रदेशकी मीडिया टीम कॉलेज में पहुंची उस समय राष्ट्रीय ध्वज को फहराने का काम चल रहा था । परंतु यहां के लापरवाह और गैर जिम्मेदार जो शिक्षा के मंदिर में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फटी हालत में ही फहराने में लगे थे इतना ही नहीं राष्ट्रीय ध्वज जगह-जगह से फटा हुआ था। और उस पर मटमैला पन अलग ही नजर आ रहा था। प्रदेश मीडिया  टीम द्वारा जब इस दृश्य को कैमरे में कैद किया जा रहा था l उसी समय शाखा से जुड़े व्यक्ति की आवाज आती है । आप इसका वीडियो मत बनाइए हम इसे सही कर रहे हैं। और यह फोटो बाहर किसी के पास नहीं जाना चाहिए इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां किस प्रकार देश का भविष्य तैयार होता है क्योंकि शिक्षा का जो मंदिर है।


ध्वज संहिता का द्वितीय भाग यह कहता है।


भारतीय ध्वज संहिता का अगला भाग संशोधन प्रदर्शन संहिता के साथ संबंधित है और इसमें एक नागरिक के लिए ध्वज के संचयन/निपटान के लिए दिशा-निर्देश हैं।जो स्पस्ट है किसी फटे हुए या गंदे झंडे को प्रदर्शित करके फहराना भी एक अपराध है। किसी भी प्रयोजन के लिए राष्ट्रीय ध्वज को झुकाया नहीं जा सकता। झंडे के अपमान पर नेशनल ऑनर एक्ट 1971 (2003 में संशोधित) में झंडे को जमीन पर रखने जैसे कई अनादरों पर सजा का प्रावधान है। पहले अपराध पर 3 साल तक की जेल की सजा और जुर्माना देना पड़ेगा। इसके बाद अपराधों में कम से कम एक वर्ष के लिए जेल कारावास से दंडित किया जाएगा। 


विवादों से हमेशा रहा है इसका नाता।


जिस एसआईसी कॉलेज का यह मामला है । जहां राष्ट्रध्वज को अपमानित किया गया है। और देश के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाई गई है। कॉलेज की  इस गलती को बख्श दिया जाएगा या फिर इसपर अपराध दर्ज होगा। आपको बता दें यह कॉलेज पूर्व में भी विवादों से घिरा रहा है।  इस एसआईसी कॉलेज की अनियमितताओं को लेकर कई बार समाचार पत्र लिख चुके हैं। साथ ही कई शिकायतें भी इनकी मौजूद है। ऐसे में क्या ध्वज का अपमान करने वाले इस कालेज प्रशासन पर धार जिले के कलेक्टर महोदय शिकायत का ही इंतजार करेंगे या फिर इस गंभीर मामले को लेकर कोई सख्त कदम उठाएंगे और राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वाले इस कॉलेज प्रशासन पर कार्यवाही करेंगे ? यह सवाल इसलिए क्योंकि जब जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर महोदय से इस विषय पर बात की गई तो उन्होंने कहा यह एक अलग अधिनियम है। ऐसा हुआ है तो गलत हुआ है इसमें आप शिकायत पेश करें मामले में जांच कर कार्यवाही होगी।


प्रतिनिधि को दिया मीठी बातो का प्रलोभन


राष्ट्रीय ध्वज अपमान के मामले में प्रतिनिधि द्वारा धार कलेक्टर श्रीकांत बनोठ से बात करने के पश्चात जब मामले में पक्ष जानने के लिए कालेज के डायरेक्टर प्रेम सागर को फोन लगाया गया तो प्रेम सागर द्वारा यह कहा गया इस प्रकार ध्वज का अपमान नहीं किया जाना चाहिए अगर हुआ है तो मैं उसे बदलने के निर्देश दे रहा हूं। परंतु आप इस मामले में थोड़ा सा धैर्य बनाए रखें मैं जल्द ही आपसे मिलूंगा और आप मेरे अच्छे मित्र बन सकते हैं । इस प्रकार ईन मीठी बातों को कह कर प्रेम सागर द्वारा प्रतिनिधि को प्रलोभन भी दिया गया। परंतु यहां स्पष्ट कर दिया जाता है राष्ट्र हित में राष्ट्रध्वज के अपमान को प्रदेश मीडिया टीम सही नही मानती बल्कि उसका घोर विरोधी है।


मैं अभी ध्वज बदलने का बोलता हूं।


राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के इस मामले में जब कालेज के डायरेक्टर प्रेम सागर से बात की गई तो उनका कहना था ऐसा नहीं होना चाहिए राष्ट्रीय ध्वज को फटी हालत में नहीं लहरा जाएगा यदि ऐसा हुआ है तो मैं अभी फोन लगाकर ध्वज बदलने का कहता हूं "और आप थोड़ा सा कॉर्पोरेट करें" हम अच्छे मित्र बन सकते हैं। हाल ही में मेरा हार्ट का ऑपरेशन हुआ है। मैं धार आ कर जल्द ही आपसे मिलूंगा।