*इंदौर अपडेट*
*इंदौर संभाग के सभी जिलों में राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये 19 फरवरी को आयोजित होंगी विशेष लोक अदालत*
*संभाग के सभी जिलों में माफियाओं को चिन्हित कर सख्त कार्यवाही करने के दिये गये निर्देश*
*संभागायुक्त त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्टर कान्फ्रेंस सम्पन्न*
इंदौर 8 जनवरी 2020
इंदौर संभाग के सभी जिला में राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये आगामी 19 फरवरी को विशेष लोक अदालते आयोजित की जायेंगी। इन लोक अदालतों के प्रभावी आयोजन के लिये अभी से तैयारी शुरू करने के निर्देश दिये गये है। संभाग के सभी कलेक्टरों से कहा गया है कि वे अपने-अपने जिलों में भू-माफिया, खनिज माफिया, शराब तथा ड्रग माफियाओं को चिन्हित कर उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही करें। यह निर्देश आज यहां संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने कलेक्टर कान्फ्रेंस में दिये।
कलेक्टर कान्फ्रेंस में संभागायुक्त त्रिपाठी ने कहा कि मध्यप्रदेश को माफिया मुक्त करने के लिये चलाये जा रहे अभियान को सिर्फ अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही तक ही सिमित नहीं रखें बल्कि अपने-अपने जिलों में ऐसे बड़े अपराधियों को चिन्हित करें, जो संगठित अपराध में लिप्त है और वे अपने-अपने क्षेत्रों में एकाधिकार जमा कर अपराध कर रहे है। त्रिपाठी ने कहा कि शासकीय भूमि पर बड़े अतिक्रमण करने वाले लोगों का भी चिन्हित करे और तुरंत अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करें। नकली दवाईयां बनाने वालों के विरूद्ध भी कार्यवाही की जाये। बैठक में बताया गया कि आगामी 19 फरवरी को राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये विशेष लोक अदालते आयोजित की जायेंगी। इन लोक अदालतों में नामांतरण, सीमांकन, बटवारा आदि प्रकरणों का निराकरण किया जायेगा। उन्होंने निर्देश दिये कि अभी से तैयारी शुरू कर इन अदालतों का प्रभावी आयोजन किया जाये।
*गौ-शालाओं को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने के लिये बनेगी कार्य योजना*
बैठक में संभागायुक्त त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री गौ-सेवा योजना के अंतर्गत बनाई जा रही गौ-शालाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस अवसर पर बताया गया कि इंदौर संभाग में 54 गौ-शालाओं का निर्माण स्वीकृत किया गया है। इसमें से 53 गौ-शालाओं का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इसमें से 17 गौ-शाला का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है तथा 36 गौ-शाला का कार्य प्रगति पर है। संभागायुक्त त्रिपाठी ने निर्देश दिये कि सभी गौ-शालाओं में ऐसी व्यवस्था की जाये कि साल भर तक चारा-पानी की पर्याप्त व्यवस्था रहे। उन्होंने गौ-शालाओं को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने के लिये जिले वार कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गौ-शालाओं के संचालन का कार्य महिला स्वसहायता समूहों को दिया जाये। महिला स्वसहायता समूहों को ऋण देकर गायें उपलब्ध करायें।
*कुपोषण को दूर करने के लिये इंदौर संभाग में अनूठी पहल*
बैठक में बताया गया कि संभागायुक्त त्रिपाठी की पहल पर बच्चों में कुपोषण को दूर करने के लिये अनूठी पहल की जा रही है। इसके तहत इंदौर संभाग के प्रमुख मंदिरों में चढ़ावे में आने वाले नारियलों को एकत्रित कर उनसे बरफी और लड्डू बनाये जा रहे है। यह लड्डू और बरफी कूपोषित बच्चों में वितरित की जा रही है। इससे बच्चों के पोषण स्तर पर में सुधार होगा। संभागायुक्त त्रिपाठी ने इस योजना को संभाग के अन्य मंदिरों में भी शुरू करने निर्देश दिये।
*आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन*
इंदौर संभाग में आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत पंचायत वार जनमित्र शिविर आयोजन का सिलसिला शुरू किया गया है। संभाग में अभी तक 7 हजार से अधिक जनमित्र शिविर आयोजित हो चूके हैं। इनमें 14 हजार 299 आवेदन प्राप्त हुये है। इनमें से 12 हजार 674 आवेदनों का समय-सीमा में निराकरण किया गया। निर्देश दिये गये कि यह शिविर हर सप्ताह हर पंचायत में निर्धारित दिन अनिवार्य रूप से आयोजित किये जायें। यह सुनिश्चित किया जाये कि इन शिविरों में मैदानी कर्मचारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। मैदानी कर्मचारी ग्रामीणों की समस्याओं को सुनें और उनके लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत चिन्हित सेवाओं के आवेदन लेकर उनका निर्धारित समयसीमा में निराकरण करवायें।
*कृषि आदानों के अमानक सेम्पलों की संख्या में आयी कमी*
बैठक में त्रिपाठी ने संभाग में खाद्य पदार्थों तथा कृषि आदानों में मिलावट करने वालों के विरूद्ध सख्ती से कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शुद्ध के लिये युद्ध अभियान के तहत गत दिनों जिनके विरूद्ध अर्थदण्ड किया गया है, उनसे अर्थदण्ड की राशि आरआरसी जारी कर वसूल की जायें। राशि जमा नहीं करने वालों की सम्पत्ति जप्त की जाये। बैठक में बताया गया कि संभाग में की जा रही कार्यवाही के बेहतर परिणाम मिल रहे है। गत खरीफ की तुलना में इस रबी में अमानक सेम्पलों की संख्या में कमी आई है।
बैठक में संभागायुक्त त्रिपाठी ने बताया कि अभिनव पहल के तहत नदी पुर्नजीवन का कार्य शुरू किया गया है। इसके तहत धार जिले में खुजा तथा उरी, झाबुआ में पम्पावती, खण्डवा में कावेरी और रूपारेल, खरगोन में रूपारेल, बड़वानी में डेब और अलीराजपुर जिले में अनखड़ नदियों का चयन कर वहां नदी को पुर्नजीवित करने के कार्य शुरू किये गये हैं।
बैठक में संभागायुक्त ने संभाग में आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के रिक्त पद भरने की कार्यवाही को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने उत्कृष्ट शालाओं के परीक्षा परिणामों, गणवेश वितरण, साइकिल वितरण, शासकीय अस्पतालों में दवाइयों के वितरण और निर्धारित जाँच के प्रगति की जिलेवार समीक्षा की।