100 करोड़ की संपत्ति हड़पने को लेकर  विवाद मुख्य ट्रस्टी ही कर रहा है झूठी एवं फर्जी शिकायत *"" मामला गोदड़ अखाडा़ ट्रस्ट का""*

100 करोड़ की संपत्ति हड़पने को लेकर  विवाद


मुख्य ट्रस्टी ही कर रहा है झूठी एवं फर्जी शिकायत


*"" मामला गोदड़ अखाडा़ ट्रस्ट का""*


ओंकारेश्वर (निप्र) - ओंकारेश्वर तीर्थनगरी के गोदड़ अखाडा ट्रस्ट के कार्यकारी न्यासी महंत घनश्यामपुरी द्वारा ट्रस्ट में की जा रही आर्थिक गड़बड़ी के सांथ ट्रस्ट के नियम विरुद्ध कार्य एवं मनमानी के विरुद्ध आवाज ऊठाने वाले इसी ट्रस्ट के अन्य सदस्यों को येनकेन प्रकरण झुठी शिकायत करके उन्हें दबाने का प्रयास किया जा रहा हैं। तजा मामला आज गुरुवार का हैं।जिसमें ट्रस्ट पूर्व रहे सदस्य महंत ब्रजराजपुरी को षड्यंत्र पूर्वक उत्तराखण्ड प्रदेश के हरिद्वार जिले के थाना बहादराबाद में झुठा प्रकरण दर्ज करवा दिया गया।तथा इस मामले को हरिद्वार के द्वितीय श्रेणी न्यायालय में पंहुचाकर महंत ब्रजराजपुरी के विरुद्ध न्यायालय का गिरफ्तारी वारंट भी निकलवा दिया।द्वितीय श्रेणी न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा खण्डवा जिला पुलिस अधिक्षक को पत्र व्यवहार कर महंत ब्रजराज पुरी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिये हैं।
          इसी क्रम में आज ओंकारेश्वर पुलिस ने महंत ब्रजराज पुरी को ओंकारेश्वर से गिरफ्तार कर पुलिस दल के सांथ हरिद्वार न्यायालय के लिये रवाना कर दिया हैं।


      इस संबध में प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के गोदड़ अखाडा ट्रस्ट के कुल पांच सदस्य है जिनमें स्वयं कार्यकारी न्यासी महंत घनश्याम पुरी के अलावा ओंकारेश्वर के तिन प्रमुख धार्मिक स्थानों के संत एवं एक स्थानिय आधिवक्ता इसके सदस्य हैं। महंत ब्रजराजपुरी को कार्यकारी न्यासी महंत घनश्यामपुरी ने षड्यंत्र पूर्वक ट्रस्ट से बाहर कर दिया था इस कार्यवाई के विरुद्ध
महंत ब्रजराजपुरी ने जबलपुर उच्च न्यायालय में परिवाद दायर किया जिस पर उच्च न्यायालय ने खण्डवा जिला सत्र न्यायाधीश एवं उप पंजीयक को मामले की सुनवाई करने के निर्देश दिये हैं। यह मामला उप पंजियक कार्यालय पुनासा में चल रहा हैं।


गोदड़ अखाडा ट्रस्ट के तीन अन्य सदस्य के स्थानों के विरुद्ध भी अतिक्रमण करने के लिखित मामले खण्डवा जिला कलेक्टर कार्यालय सहित प्रदेश स्तर के अन्य कार्यालयों में लिखित शिकायत भेंजकर तथा ओंकारेश्वर नगर पंचायत में भी सूचना के अधिकार के तहत स्वयं एवं अपने गुर्गों के माध्यम से कर रहे हैं,ताकि स्वयं के द्वारा जो आर्थिक अनियमिततायें एवं मनमानी के विरुद्ध उठने वाली आवाज को विभिन्न हथकंडो के माध्यमों से दबाया जा सके
 
*इस संबंध में इनका कहना -*


(1)
मैरे द्वारा गोदड़ अखाडा़ ट्रस्ट से षड्यंत्र पूर्वक महंत घनश्यामपुरी द्वारा निकाले जाने के विरुद्ध मैंने तत्कालीन उप पंजियक कार्यालय पुनासा से लेकर खण्डवा जिला कलेक्टर कार्यालय तथा प्रदेश के तत्कालीन मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री सीएम हेल्पलाईन में भी इस मामले की शिकायत की थी जब कहीं भी मैरी सुनवाई नही हुई तो मैने जबलपुर उच्च न्यायालय की शरण ली और वहां मैने यह प्रकरण प्रस्तुत किया जिस पर माननीय उच्च न्यायालय ने खण्डवा जिला सत्र न्यायालय को इस मामले की पुनः सुनवाई करने के निर्देश दिये थे इसके बाद खण्डवा जिला सत्र न्यायालय ने उप-पंजियक कार्यालय पुनासा को इस मामले की पुनः सुनवाई करने के निर्देश दिये हैं।मैरे द्वारा किये गये संघर्ष के बाद महंत घनश्यामपुरी मुझे फर्जी एवं झूठे प्रकरणों में फसाने का षड्यंत्र हरिद्वार में कर रहा हैं।चूंकि महंत घनश्यामपुरी का बडा लड़का अजयपुरी स्वयं पेशे से वकील है तथा ओंकारेश्वर में गोदड़ अखाड़े की 1 सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति हैं जिसे षड्यंत्र पूर्वक हडपने के लिये यह विभिन्न तरह के षड्यंत्र कर मुझे फसाने का प्रयास करा रहे हैं यह लोग मैरी हत्या भी करवा सकते हैं।इसकी जानकारी मैने पुलिस को भी दे दी हैं।


महंत ब्रजराजपुरी
पूर्व न्यासी
गोदड़ अखाडा़ ट्रस्ट


(2)
ब्रजराज पुरी के विरुद्ध हरिद्वार के द्वितीय श्रेणी न्यायालय में परिवाद क्रमांक 708/2019 श्रवणगिरी विरुद्ध ब्रजराजपुरी के विरुद्ध धारा 406,504 एवं 506 के तहत प्रकरण दर्ज हुआ हैं।जिसमें ब्रजराजपुरी के उपस्थित नही होने के कारण संबंधित न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था इस संबंधी लिखित पत्र हरिद्वार के मजिस्ट्रेट श्री शंभूनाथ सिंह द्वारा खण्डवा जिला पुलिस अधिक्षक को लिखित शिकायती पत्र भेजा गया था।इस आधार पर आज ब्रजराजपुरी बाबा को ओंकारेश्वर से गिरफ्तार कर 1 एएसआई 1 हवलदार तथा एक पुलिस जवान को सांथ में उत्तराखण्ड प्रदेश के न्यायालय में प्रस्तुत करने भेजा गया हैं।


जगदीश पाटीदार
थाना निरिक्षक
थाना मांधाता


(3)
महंत घनश्यामपुरी स्वयं संत हैं तथा ओंकारेश्वर के सैकड़ों वर्ष पुराने धार्मिक स्थानों के संतो जो की गोदड़ अखाडा़ ट्रस्ट के सम्माननीय सदस्य हैं इनके विरुद्ध यैनकैन प्रकरेण झुठी और फर्जी शिकायते करके उन पर दबाव डाला जा रहा हैं ताकि वो लोग घनश्यामपुरी द्वारा की जा रही ट्रस्ट में गड़बड़ीयों के विरुद्ध आवाज न ऊठाये यह गलत बात हैं।इसी तरह का षड्यंत्र उन्होंने ब्रजराजपुरी के सांथ भी किया हैं।मैं इनकै पिछले 25 वर्षों से जानता हुं यह ओंकारेश्वर में ही रहते हैं और सरल स्वभाव वाले महंत है उत्तराखण्ड के हरिद्वार में जाकर ब्रजराजपुरी किसी से लडाई झगडा करें यह आश्चर्य वाली बात हैं यह सारा खेल महंत घनश्यामपुरी ने ब्रजराजपुरी को भी फंसाने एवं दबाने के लिये किया हैं।


महंत धर्मेन्द्रपुरी
संत महामंडलेश्वर जूना अखाडा़ ओंकारेश्वर