स्टार भारत एक ऐसी ही दिल को छू लेने वाली खूबसूरत कहानी 'कार्तिक पूर्णिमा' लेकर आया है।

सांवले और गोरे रंग की कहानी है कार्तिक पूर्णिमा
इंदौर।  वास्तव में किसी की खूबसूरती गोरे या काले रंग से नहीं, बल्कि उसकी अंदरूनी खूबियों से होती है और किसी के रंग से प्रभावितन होकर, उसके जीने के ढंग से प्यार करने वाले लोग भी दुनिया में मौजूद हैं।
स्टार भारत एक ऐसी ही दिल को छू लेने वाली खूबसूरत कहानी 'कार्तिक पूर्णिमा' लेकर आया है। यह कहानी है अमृतसर में रहने वाली 'पूर्णिमा' की है, जिसका रंग भले ही साँवला है पर उसका मन उतना ही साफ है। उसकी जिंदगी में आता है 'कार्तिक', जो पूर्णिमा के रंग पर नहीं, उसके जीने के ढंग पर मर मिटता है। वो पूर्णिमा को उसी रूप में स्वीकार करता है, जैसी वो है। कार्तिक और पूर्णिमा का प्यार परवान चढ़ता है। पर दरअसल मुसीबतें तो तब शुरू होती है जब यह दोनों शादी कर लेते हैं। कार्तिक की माँ को साँवले रंग वालों से सख़्त नफरत है। इस शो के  ऐक्टर हर्ष नागर और डस्की ब्यूटी का उदाहरण पेश करने वाली खूबसूरत ऐक्ट्रेस पौलोमी दास हैं।  शो में कार्तिक का किरदार निभा रहे ऐक्टर और मॉडल हर्ष नागर ने बताया इस शो में मैं कार्तिक का किरदार निभा रहा हूँ, जो एक नामी सर्जन है। माँ के आदर्शवादी बेटे कार्तिक को एक साँवली लड़की पूर्णिमा से प्यार हो जाता है, जिसका सफर दोनों साथ मिलकर तय करते हैं।  ऐक्ट्रेस पौलोमी दास ने बताया बतौर लीड ऐक्ट्रेस यह मेरा पहला शो है। मैं खुद को बहुत लकी समझती हूँ कि पूर्णिमा के किरदार के लिए मुझे चुना गया। इस शो के कॉन्सेप्ट के जरिए मैं समाज को सूरत नहीं सीरत का महत्व समझा पाउँगी। यह कहानी पूर्णिमा और कार्तिक के अनोखे प्यार का सफर पेश करेगी,  जिसे देखकर दर्शकों पर प्यार का नया रंग जरूर चढ़ेगा।


Popular posts
Taiwan’s AI Solutions and Cyber Security ProductsFlourish amid Growing Global Trend
Image
राजनीतिज्ञों, पीने के पानी की चिंता करो*  
पूर्व डीजीपी मुकर्जी हुए पंच तत्व में विलीन।
Image
25 बार चिदम्बरम को जमानत देने वाले न्यायाधीश की भी जांच होनी चाहिये ये माजरा क्या है.? काँग्रेस द्वारा किया गया विश्व का सबसे बड़ा घोटाला खुलना अभी बाकी है......बहुत बड़े काँग्रेसी और ब्यूरोक्रैट्स पकड़े जायेंगे। इसलिये चिदम्बरम को बार -बार जमानत दी जा रही है।*
श्रीकृष्ण ने प्रण किया था कि मैं शिशुपाल के 100 अपमान क्षमा करूंगा अर्थात उसे सुधरने के 100 मौके दूंगा। लेकिन यह प्रण क्यों किया था? इसके लिए पढ़िये पुरी कथा।