आशा,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं स्कूल  शिक्षकों के दल को सौंपी 14 दिन की जिम्मेदारी*

*आशा,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं स्कूल  शिक्षकों के दल को सौंपी 14 दिन की जिम्मेदारी*


*14 दिनों तक यह दल अभिभावक के रूप में काम करेगा और स्क्रीनिंग करेगा*


*नियमित रूप से निगरानी एवं विश्लेषण का कार्य करेंगे डॉक्टर*
इंदौर 7 अप्रैल
जिला कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं स्कूल शिक्षकों  के दल को खजराना क्षेत्र के प्रत्येक घर की सैंपल सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी है। यह दल एमनएम को रिपोर्ट करेगा। उन्होंने बताया कि खजराना क्षेत्र को 50 सेक्टर में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सेक्टर में लगभग 200 मकान हैं। 3 सदस्यों का यह दल प्रतिदिन 14 दिनों तक सर्वे कार्य करेगा। प्रशासन द्वारा बनाई गई मोबाइल एप्लीकेशन में प्रत्येक घर के व्यक्तियों के आंकड़े दर्ज किए जाएंगे। आज सायंकाल कलेक्टर श्री मनीष  सिंह ने नेहरू स्टेडियम में इन सभी को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया। 


कलेक्टर ने बताया कि इस मुहिम का उद्देश्य कोरोना वायरस के संक्रमण से संबंधित लक्षणों की पहचान कर ऐसे व्यक्तियों को चिकित्सकीय परामर्श देना है। यह कदम प्रिवेंटिव मेजर के रूप में लिया गया है।


 कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया की सर्वे की शुरुआत खजराना क्षेत्र से की जा रही है। ऐसी ही टीम अन्य क्षेत्रों के लिए भी बनाई जाएंगी। कल चंदननगर क्षेत्र के लिए टीम बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि लक्षण पाए जाने की दशा में संबंधित व्यक्तियों को यलो कैटेगरी अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। 


मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल एप्लीकेशन से संबंधित प्रशिक्षण दिया, साथ ही सर्वे के दौरान रखी जाने वाली सावधानियों के निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि सर्वे का उद्देश्य व्यक्ति को समय पर अस्पताल पहुंचाना है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आशा, एएनएम का पहले से ही नेटवर्क स्थापित है अतः इस कार्य को  सुचारू रूप से किया जा सकेगा।  उन्होंने बताया कि सर्वे के दौरान टीम को सोशल डिस्टेंस बनाकर कार्य करना है एवं स्वयं की सुरक्षा का आवश्यक रूप से ध्यान रखना है।


जिला कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सर्वे किए गये क्षेत्र से भविष्य में यदि कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो सर्वे टीम के विरुद्ध कार्यवाही की जावेगी। उन्होंने आम जनता को तक यह संदेश भी पहुंचाया है, कि इंदौर शहर में रोज कई मरीज ठीक हो रहे हैं। इस सर्वे का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य कोरोना से संभावित संक्रमित मरीज को समय पर अस्पताल पहुंचाना है, जिससे कि उसका सही समय पर इलाज हो सके।
कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया कि आशा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 14 दिनों के सर्वे के लिए 14 किट प्रदान की गई हैं। जिससे कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। सर्वे कार्य के दौरान उनके भोजन, परिवहन आदि की व्यवस्था भी प्रशासन कर रहा है। उन्होंने बताया कि सर्वे किए जाने वाले क्षेत्रों से रहवासियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है।