*लाज रख ली झाबुआ- अलीराजपुर ने पश्चिमी मध्य प्रदेश और इंदौर संभाग की*
पश्चिमी मध्य प्रदेश के इंदौर, उज्जैन मुख्यालय एवं अंतर्गत जिलों में कोरोना ने करनी में कोई कसर नहीं रखी, खूब धमाल मचाई, लेकिन फिरोज बी जैसी कोरोना संक्रमित महिला स्वस्थ होकर मुस्कुराते हुए अपने घर को लौटी तो उनकी आंखों से छलकती खुशी, चेहरे की रौनक, रूंधे गले से निकला शुक्रिया दिल को छू गया। डॉक्टर सहित प्रशासनिक अधिकारियों मे नई ऊर्जा, उत्साह ,जोश का संचार कर गया।
जनजातीय बहुल अपने क्षेत्र के बारे में कहना अनुचित नहीं होगा कि झाबुआ-अलीराजपुर जिले ने इंदौर संभाग और पश्चिमी मध्य प्रदेश की लाज रख ली।
झाबुआ,अलीराजपुर की सीमाएं गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र से सटी है। हजारों की संख्या में इन सीमावर्ती प्रदेशों से हमारे जिले में ग्रामीण मजदूरों की वापसी हुई। संक्रमण के खतरे को जानते समझते हुए भी पक्ष-विपक्ष-प्रशासन के मजबूत इरादों ने बाहरी क्षेत्र में फंसे यहां के ग्रामीणों को घर लाना सुनिश्चित किया वही घर लौटे लोगों ने शासन-प्रशासन-जनप्रतिनिधियों की मानवीय संवेदनाओं का सिला उम्मीद से बढ़कर दिया स्वास्थ्यगत सावधानी, सतर्कता, समझाइश को ग्रामीणों ने जहन में बैठाकर उसे अपनाया/बेहतर तरीके से निभाया। इसी सहयोग और सकारात्मक सोच का परिणाम है कि विश्वव्यापी महामारी के जीवाणु पर हमारी जिजीविषा भारी पड़ी ।
निस्संदेह दिन रात, सुबह शाम, घर परिवार से दूर रहकर ड्यूटी निभा रहे तमाम अधिकारी-कर्मचारियों की अथक मेहनत सराहनीय- सम्माननीय है, वहीं सहयोगी जनता की जितनी तारीफ की जाए कम हैं l