सम्पूर्ण जिले में उपार्जन कार्य हेतु बारदान, धागा सप्लाई आदि सामग्री प्रदाय करने में लगी एजेंसी एजेंसीज केवल शासकीय तौर पर केवल उपार्जन कार्य हेतु सामग्री प्रदाय करेगी


• सम्पूर्ण जिले में उपार्जन कार्य हेतु बारदान, धागा सप्लाई आदि सामग्री प्रदाय करने में लगी एजेंसी एजेंसीज केवल शासकीय तौर पर केवल उपार्जन कार्य हेतु सामग्री प्रदाय करेगी तथा किसी भी एजेंसीज को अपने कार्यालय/ऑफिस को पूर्ण खोलने की अनुमति नहीं होगी और न ही किसी भी रहवासी को उनके कार्यालय/ऑफिस पर मौजूद होना पाया जायेगा। यह एजेंसी ऑफिस आधे/तीन चौथाई बंद  रहेंगे तथा उनके निर्धारित कर्मचारी  कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा निर्धारित संख्या एवं जारी कर्फ्यु पास का उपयोग करते हुये कार्य कर सकेंगे।
• सर्वोच्च न्यायालय से संबंद्ध संस्था राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नईदिल्ली भोजन और आश्रय आदि समस्या के निराकरण हेतु टोल फ्री नम्बर 15100 है, जो 24 घण्टे उपलब्ध है। 
• कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए कार्य कर रही टीम को ब्रीफ किया। उन्होंने रैपिड रिस्पांस टीम का मनोबल बढ़ाया एवं कहा कि, वे हर परिस्थिति में उनके साथ हैं। द एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1897 के अंतर्गत जिले के सभी डॉक्टर्स, अधिकारी, मीडियाकर्मी, नगर निगम,  अपने-अपने स्तर पर बेहतरीन एवं डिसिप्लिन में रहकर कार्य कर रहीं हैं।
• रैपिड रिस्पांस टीम के द्वारा किए गए कार्य की कलेक्टर श्री मनीष सिंह नियमित रूप से मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वे अन्य स्रोतों से फीडबैक भी ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि मीडिया, डाक्टर, अधिकारी सभी एक दायरे में रहकर इस डिसीज को इस संक्रमण को दूर करने के लिए कार्य कर रहे हैं। रानीपुरा, हाथीपाला जैसे हॉट स्पॉट क्षेत्रों में मेडिकल टीम के हेड को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
• निजी अस्पतालों के संबंध में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री मनीष सिंह ने निर्देश दिए कि अस्पताल संचालक यह सुनिश्चित करें कि उनका समस्त मेडिकल स्टाफ अस्पताल आकर सेवा दे। इसके लिए उन्हें 24 घंटे का समय दिया गया है। अन्यथा की स्थिति में कार्यवाही की जायेगी। 
• इंडेक्स मेडिकल कॉलेज को कोविड-19 पॉजिटिव लिस्ट में शामिल किया गया है। यहां कोरोना संक्रमण से संभावित माइल्ड सिम्टम्स वाले मरीजों को भेजा जाएगा। करोना से मृत मरीजों को दफनाने या जलाने के संबंध में उन्होंने बताया कि, आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) तथा दिल्ली से प्राप्त गाईडलाइन के आधार पर दफनाना एवं जलाना दोनों ही शामिल है।
• कर्फ्यू के दौरान लोगों के बिना वजह बाहर घूमने पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है। रहवासी कोई भी मेडिकल प्रिसक्रिप्शन लेकर बाहर नहीं निकल पाएंगे। पुलिस बल को निर्देश दिए हैं कि यदि वह प्रिसक्रिप्शन वैलिड तथा किसी गंभीर बीमारी से संबंधित है, उसी स्थिति में व्यक्ति बाहर निकले अन्यथा एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1897 के तहत कार्यवाही की जाएगी।
• इंदौर में कर्फ्यु/लॉकडाउन अवधि के दौरान आम रहवासियों को किराना एवं अन्य घरेलु आवश्यक सामग्री की सुगमता से घर-घर पहुंचाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा फर्मा/प्रतिष्ठानों को अनुमति दी गयी है। नागरिक ऑन लाईन/व्हाटसएप/मोबाईल नम्बर पर आर्डर बुक करा सकते हैं। 
• लॉकडाउन के दौरान नगर निगम द्वारा नागरिकों को आवश्यक सामग्री की होम डिलीवरी की जा रही है। उसके लिए अभी तक 60 हजार से ज्यादा आर्डर प्राप्त हो चुके हैं। दो दिनों में 26 हजार से अधिक होम डिलीवरी की जा चुकी है। 468 कचरा गाड़ियों द्वारा आर्डर लिए जा रहे हैं और इन आवश्यक सामग्री के लिए 400 दुकानों को चिन्हित किया गया है। 
• नगर निगम द्वारा प्रतिदिन श्रमिक बस्तियों में हज़ारों फूड पैकेट बांटे जा रहे हैं। स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से 40 हजार फूड पैकेट शहर भर में वितरित किए जा रहे हैं। जिनके पास कुकिंग की सुविधा है, उन गरीब परिवारों/श्रमिकों को राशन के पैकेट जिसमें आटा, दाल, सहित अन्य सभी आवश्यक सामग्री है, दिए जा रहे हैं। इसके लिए नगर निगम द्वारा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। हेल्प लाईन नम्बर पर प्रतिदिन लगभग 4 हजार कॉल रिसीव की जा रही है। लगभग 30 लाइन लगाई गई है। 
• कमिश्नर द्वारा शहर के दानदाताओं से अपील की गई है कि वे ज्यादा से ज्यादा दान करें, जिससे गरीब परिवारों को आवश्यक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा सके। इसके लिए दानदाता खाद्य सामग्री दे सकते है अथवा उसका भुगतान सीधे तौर पर कर सकते हैं।
• कोविड-19 महामारी के उपचार दौरान उत्पन्न जीव चिकित्सा अपशिष्ठ के सुरक्षित संग्रहण, परिवहन एवं निपटान व्यवस्था सुचारु रूप से संचालित होने के सम्बन्ध में निरीक्षण श्री आर.के. गुप्ता, क्षेत्रीय अधिकारी, इन्दौर के मार्गदर्शन में गठित दल द्वारा किया गया।
• बोर्ड द्वारा कोविड-19 के उपचार के दौरान उत्पन्न जीव चिकित्सा अपशिष्ठ के उचित संग्रहण व निपटान हेतु सी.पी.सी.बी. द्वारा बनाई गई गाइड लाइंस को लागू करने हेतु अस्पतालों, सीएमओ (स्वास्थ्य) व सी.बी.डब्ल्यू.टी.एफ. (होस्विन इंसीनरेटर) को निर्देश जारी किये गए।   
• गाइड लाइन के पालन के सुनिश्चियन हेतु बोर्ड के अधिकारियों द्वारा 7 अप्रैल को क्रमशः एम. वाय. मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल का निरीक्षण किया गया। इस दौरान डॉ. पी.एस. ठाकुर, अधीक्षक एवं डॉ. डी.के. शर्मा उपस्थित थे। 
• नियमानुसार पीले बैग में संक्रमित कचरे को एकत्र किया जा रहा है व नियमित रूप से यह हास्विन इन्सिनरेटर के वाहनों द्वारा सी.बी.डब्ल्यू.टी.एफ. में इन्सिनरेट करने भेजा जा रहा है। निरीक्षण के दौरान बोर्ड के अधिकारी श्री के.पी. सोनी, कार्यपालन यंत्री, श्री एस.एन. कटारे, क.वैज्ञानिक व श्री राघवेन्द्र सिंह द्वारा अपशिष्ठों के निपटान की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। 
• अधिकारियों द्वारा अस्पताल के अधीक्षक को सभी प्रकार के अपशिष्ठ जिसमें पी.पी.ई., कचरे के लाईनर्स, चिकित्सीय अपशिष्ठ, मास्क इत्यादि को डबल पॉलीथीन (पीली) में संग्रहित कर डिस्पोजल हेतु देने का निवेदन किया गया। एम.वाय. हॉस्पिटल के चेस्ट सेंटर व लैब सहित अन्य इकाइयों का भी जायजा लिया गया। 6 अप्रैल को निम्नानुसार बायोमेडिकल वेस्ट इन्सिनेरेशन हेतु भेजा जाना पाया गया। एम वाय चेस्ट सेंटर - 15 किग्रा, एम वाय अस्पताल- 61 किग्रा व एमजीएम मेडिकल कॉलेज (माइक्रो लैब) 11 किग्रा।
• अरविन्दो मेडिकल कॉलेज हास्पिटल को भी कोविड-19 से संक्रमित मरीजों हेतु चिन्हित किया है। इस अस्पताल का अपशिष्ठ संस्था द्वारा पीले वेस्ट में एकत्र कर हास्विन इन्सिनेरेटर को भेजा जा रहा है। कोविड-19 अपशिष्ठ के संबंध में की गई व्यवस्थाएं संतोषजनक होना पाई गई। 6 अप्रैल को अस्पताल से कुल 110 कि.ग्रा. अपशिष्ठ इन्सिनेरेशन हेतु सीबीडब्ल्यूटीएफ को भेजा जाना पाया गया।     
• एम.आर.टी.बी. अस्पताल के निरीक्षण में 6 अप्रैल को कुल 27 किग्रा कोविड-19 वेस्ट उत्पन्न होना पाया गया। अस्पताल प्रबंधन द्वारा अस्पताल से उत्पन्न उक्त कचरे को पीले बैग में गाइड लाईन के अनुसार एकत्रित कर नियमानुसार इन्सिनरेशन हेतु सी.बी.डब्ल्यू.टी.एफ. को भेजा जा रहा है। 
• एकलव्य छात्रावास, असरावद में बनाये गए क्वारनटाइन होम में उत्पन्न होने वाले अपशिष्टों के संग्रहण एवं डिस्पोजल का कार्य भी होस्विन इंसीनरेटर के माध्यम से किया जा रहा है। इस सेंटर से 6 अप्रैल को 19 किलोग्राम अपशिष्ठ डिस्पोजल हेतु भेजा गया है। 6. बोर्ड द्वारा प्रतिदिन कोविड-19 हेतु चिन्हित अस्पतालों, क्वारनटाइन सेंटर्स, घरों से प्राप्त होने वाले अपशिष्ठ की जानकारी ली जा रही है। 25 मार्च से 6 अप्रैल तक कुल 3605 किलोग्राम कोविड-19 अपशिष्ठ का डिस्पोजल किया गया है।
• कोरोना  संक्रमण की रोकथाम के लिए निगम द्वारा  समस्त 85 वार्डों में सैनिटेशन का कार्य किया जा रहा है इसके लिए 60 ट्रैक्टर 15 प्रेशर मशीन तथा 10 रिक्शा के द्वारा  शहर के विभिन्न क्षेत्रों में  सैनिटेशन का कार्य किया जा रहा है  तथा प्रत्येक वार्ड में 2 शिफ्ट में सेनीटाइज का कार्य किया  जाता है l
• आबकारी विभाग इंदौर के समस्त अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने स्वेच्छा से अपने एक दिन के वेतन की राशि रू 2 लाख 20 हजार 700 मुख्यमंत्री सहायता कोष में कोविड नियंत्रण के लिए शासन को सहयोग हेतु समर्पित की। सभी अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने  इस बात की भी शपथ ली कि वे कोविड नियंत्रण हेतु शासन द्वारा सौंपे गए दायित्वों का पूरी निष्ठा तथा तत्परता से निर्वहन करेंगे।
• संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी ने कहा है कि निजी चिकित्सालयों में आने वाले मरीज़ों को चिकित्सा सेवा मुहैया कराना क़ानूनन अनिवार्य हैं। यदि अस्पताल संचालनकरता इस संबंध में कोई आनाकानी करते हैं तो उन पर वैधानिक कार्यवाही निश्चित तौर पर होगी।  श्री त्रिपाठी ने आज क्योरवेल हास्पिटल और ग्रेटर कैलाश हास्पिटल का निरीक्षण किया।  उन्होंने अस्पताल प्रबंधन और मरीज़ों से चर्चा कर वस्तु स्थिति भी जानी।
• आज की स्थिति में इंदौर में कुल 173 कोरोना पॉजिटिव मरीज हो गये हैं।
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